रवि शास्त्री ने करार बढ़ाने से किया इंकार
इसको लेकर कुछ रिपोर्ट सामने आयी थी कि रवि शास्त्री को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये अल्पकालीन समय तक टीम का कोच बने रहने की अपील की गई थी, हालांकि इनसाइड स्पोर्ट में छपी रिपोर्ट के अनुसार भारतीय टीम के हेड कोच ने इससे इंकार कर दिया है।
इनसाइड स्पोर्ट की रिपोर्ट के अनुसार रवि शास्त्री ने भारतीय कप्तान विराट कोहली के जबरदस्त समर्थन और बेहतरीन करियर के बावजूद बतौर कोच अपने करार को बढ़ाने से इंकार कर दिया है। माना जा रहा है कि सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली बीसीसीआई दिसंबर में होने वाले साउथ अफ्रीका दौरे के लिये कोच रवि शास्त्री के कॉन्ट्रैक्ट को एक्सटेंशन देने का विचार कर रहा था, हालांकि इसको लेकर कोई भी आधिकारिक बातचीत बोर्ड या कोच की तरफ से नहीं की गई है।
साउथ अफ्रीका दौरे के लिये राहुल द्रविड़ संभाल सकते हैं जिम्मेदारी
ऐसे में बीसीसीआई के लिये विश्वकप के दौरान नये कोच का चयन करना बेहद जरूरी हो गया है। हालांकि यह साफ नहीं है कि रवि शास्त्री के अलावा साउथ अफ्रीका दौरे के लिये एनसीए हेड राहुल द्रविड़ को यह जिम्मेदारी निभाने के लिये एप्रोच किया गया है या नहीं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त होने के बाद बीसीसीआई भारतीय टीम के हेड कोच के लिये राहुल द्रविड़ को जिम्मेदारी सौंप सकता है लेकिन एनसीए चीफ के पद पर उनके फिर से आवेदन करने के बाद यह साफ हो गया कि वह कोच के पद को लेकर रूचि नहीं रखते हैं। राहुल द्रविड़ भले ही भारतीय टीम के कोच पद पर काम करने को लेकर रूचि नहीं रखते हैं लेकिन नये कोच के चयन तक वह साउथ अफ्रीका दौरे के लिये यह कार्यभार संभाल सकते हैं।
विश्वकप से पहले बीसीसीआई मंगायेगा नये कोच के आवेदन
गौरतलब है कि बीसीसीआई पहले नये कोच के पद के लिये विश्वकप के बाद ताजा आवेदन मंगाने की तैयारी कर रहा था लेकिन अब उसे इस प्रक्रिया में तेजी लानी होगी और विश्वकप के दौरान ही नये सपोर्टिंग स्टाफ का चयन करना होगा। रवि शास्त्री के कोचिंग पद को जारी रखने से इंकार करने के बाद बीसीसीआई सहायक कोच के करार को भी रिन्यू नहीं करेगा।
आपको बता दें कि भारतीय गेंदबाजों ने कोच भरत अरुण के नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन किया है और विदेशी सरजमीं पर विपक्षी टीम की कमर तोड़ी है, वहीं बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर और फील्डिंग कोच आर श्रीधर पर विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के खराब प्रदर्शन के चलते पहले ही खतरे की तलवार लटक रही है।