पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर अरशद खान-
खेल के बारे में यही कहा जाता है कि आज क्रिकेट में बेशुमार शोहरत और दौलत मौजूद है। हमने वीरेंद्र सहवाग, मखाया नतिनी जैसे गरीब बैकग्राउंड वाले क्रिकेटर भी देखें जो आज रिटायरमेंट होने के बाद पूरी शानो शौकत के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं। खासकर सहवाग के पास पैसे की कोई कमी नहीं। बहुत ही ताजा उदाहरण हमने राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया का देखा जो एक साधारण परिवार से ही आते हैं लेकिन उनके सामने बड़ा सुनहरा भविष्य मालूम पड़ता है। आईपीएल में पहचान मिलने के बाद वह टीम इंडिया के श्रीलंका दौरे पर चुन लिए गए हैं। यहां से उनकी आर्थिक गाड़ी रफ्तार पकड़नी चाहिए। हालांकि पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर अरशद खान के साथ ऐसा नहीं हो सका।
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अच्छा क्रिकेटर होने के बाद आज टैक्सी चलाकर हो रहा है काम-
जी हां अरशद खान को एक अच्छा क्रिकेटर होने के बावजूद जीवन से यह गारंटी नहीं मिल सकी कि संन्यास के बाद भी वे सुकून भरी जिंदगी जी पाएंगे। कहने का तात्पर्य यह नहीं है कि वह आज सुकून में नहीं होंगे क्योंकि यह तो मन के संतोष पर निर्भर करता है। लेकिन ये जरूर है कि अरशद को अपनी आजीविका के लिए रोजाना के स्तर पर दिहाड़ी करनी पड़ती है। अरशरद खान ने 1997 98 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था और उन्होंने 9 टेस्ट मैच खेले हैं। वह 2006 तक खेलते रहे और 85 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले भी पाकिस्तान के लिए खेले। लेकिन संन्यास के बाद उनकी जिंदगी ने नाटकीए मोड़ लिया और अरशद अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए सिडनी में टैक्सी चला कर काम चला रहे हैं।
सिडनी में एक सवारी ने की थी पहचान-
अरशद खान ने किसी को नहीं बताया कि वह टैक्सी चलाते हैं लेकिन उनकी टैक्सी में सवारी करने वाले एक शख्स ने उनकी पहचान कर ली थी। यह मामला आज से 5 साल पहले का है और उस शख्स ने इसको लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की थी। उस शख्स ने बताया था वह पहले तो आराम से पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी से बात करते जा रहा था लेकिन बाद में पहचान गया कि उसका ड्राइवर कोई और नहीं बल्कि पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट प्रेमी देश है और वहां क्रिकेटरों को पहचानना कोई ज्यादा बड़ी बात नहीं है।
ऐसे में उस शख्स ने डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक यह कहा था, "अरशद खान हमारी कैब के ड्राइवर थे और हमने बातचीत करनी शुरू कर दी और उन्होंने बताया कि वह पाकिस्तान से ताल्लुक रखते हैं लेकिन फिलहाल सिडनी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि वह हैदराबाद में भी कई बार गए हैं जब वे आईसीएल में लाहौर बादशाह की ओर से खेलते थे। उसके बाद मैंने उनसे उनका नाम पूछा तो मैं उनके चेहरे को देखकर हैरत में पड़ गया जिसको मैं आधा ही पहचान पाया था। मैंने हैरानी में उनसे हाथ मिलाया और बाद में वहां से चला गया।"
भारत के खिलाफ प्रदर्शन ने दिलाई थी शोहरत-
अरशद खान बहुत बुरे स्पिनर नहीं थे और उन्होंने पाकिस्तान के लिए कुछ समय तक लगातार क्रिकेट खेला। इसके बावजूद उनको सन्यास के बाद जो नहीं सोचा था वह काम करना पड़ा। वह भारत के खिलाफ मुकाबले को लेकर भी छाए रहते थे। उन्होंने भारत के पाकिस्तान दौरे पर सहवाग और सचिन तेंदुलकर के विकेट लेने के बाद अपने आप को रातों रात स्टार बना दिया था। दिलचस्प बात यह है अरशद खान ने अपना अंतिम टेस्ट बेंगलुरु में भारत के खिलाफ ही खेला जबकि अपना अंतिम वनडे इंटरनेशनल मुकाबला भी भारत के खिलाफ रावलपिंडी में खेला था। उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर करियर में सभी फॉर्मेट को मिलाकर 89 विकेट लिए।