नई दिल्ली: विश्व कप के फाइनल मैच के हीरो बेन स्टोक्स ने खुलासा किया है कि वह पारी की अंतिम पर क्या सोच रहे थे। यह तब की बात है जब मैच सुपर ओवर में नहीं गया था और इंग्लैंड को 242 रनों का पीछा करते हुए अंतिम गेंद पर 2 रन चाहिए थे। स्टोक्स ने बताया है कि उनको इस दौरान 2016 का टी-20 विश्व कप का एक मैच याद आ रहा था। उस मैच में बांग्लादेश और भारत खेल रहे थे। तब बांग्लादेश की बैटिंग चल रही थी और वह भी भारत के द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा ऐसे ही तनाव भरे क्षणों में कर रहा था। स्टोक्स ने बताया है कि उनको उस मैच में बैटिंग कर रहे मुस्फिकर रहीम (बांग्लादेशी विकेटकीपर) याद आ गए।
बता दें कि रहीम ने उस मैच में एक बड़ा शॉट खेलकर टीम को जिताने की कोशिश की थी लेकिन वह मैदान पर ही लपक लिए गए और भारत यह मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंच गया। स्टोक्स को अंतिम गेंद पर केवल रहीम का ही चेहरा याद आ रहा था। स्टोक्स ने इसके बारे में बताते हुए कहा- मैं रहीम की तरह से बड़ा छक्का मारकर टीम को जिताने की बिल्कुल नहीं सोच रहा था। इसके बजाए मेरी रणनीति साफ थी कि एक रन लो और मैच को सुपर ओवर में जाने दो। फिर आगे देखा जाएगा क्या होगा।
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स्टोक्स ने अंतिम गेंद पर ठीक वैसा ही किया लेकिन वह दूसरा लेने के फेर में रन आउट हो गए। जब उनसे पूछा गया कि आउट होने के बाद आपकी क्या स्थिति थी तो उन्होंने कहा- मैं खुद से काफी नाराज था। मुझे फिर अपने दिमाग को फिर से संतुलन पर लाना पड़ा क्योंकि मुझे अपनी टीम को सुपर ओवर में मैच जिताना था। स्टोक्स ने आगे कहा, 'सच कहूं तो यह जबरदस्त फीलिंग रही है। यह अभी तक है। ये एक ऐसा अहसास है जिसको हम हमेशा अपने साथ रखेंगे। हम जिस जीत को हासिल करना चाहते थे हम अंत में उसको पाने में कामयाब रहे। ये हमारे चार साल के बेजाड़ परिश्रम का नतीजा है। अगर यह ट्रॉफी नहीं जीत पाते तो बिखर जाते।'
स्टोक्स ने बताया कि अभी वह कुछ दिनों तक इस जीत का जश्न मनाना चाहते हैं और उसके बाद जब एशेज का समय आएगा तब अलग तैयारियों की जरूरत होगी। स्टोक्स कहते हैं कि वे एशेज को भी जीतने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।