न्यूजीलैंड की टीम संतुलित-
न्यूजीलैंड इस दशक की सबसे संतुलित टीमों में से एक रहा है। आईसीसी इवेंट में उनका अविश्वसनीय रिकॉर्ड है और वे 2015 और 2019 विश्व कप के फाइनल में पहुंच गए थे। उनको गत विश्व फाइनल में एक विवादापस्द नियम ने प्रतियोगिता से बगैर विजेता के बाहर कर दिया था। इससे पहले उन्होंने 2011 विश्व कप और 2016 विश्व टी 20 के सेमीफाइनल में भारतीय जमीन पर भी जगह बनाई थी। इसके अलावा, किवी टीम ने भारत को आखिरी विश्व कप सेमीफाइनल में हराया था। दोनों टीमों के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में ब्लैक कैप्स का दबदबा रहा है। भारत को अगला टेस्ट दौरा न्यूजीलैंड का ही करना है। फिलहाल कीवियों ने अपनी धरती पर इंग्लैंड को पहले टेस्ट में एक पारी और 130 रनों से पीटा है। इसलिए, भारत को इस सीरीज में केन विलियमसन के नेतृत्व वाली टीम को हरा पाना वास्तव में कठिन होगा। इसके अलावा, यह केवल 2 टेस्ट की सीरीज है, यही वजह है कि भारतीय खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड में टेस्ट क्रिकेट की स्थिति में एडजस्ट होने का समय नहीं मिल सकता है।
वनडे का विश्व चैम्पियन इंग्लैंड टेस्ट में भी कम नहीं-
विराट कोहली के नेतृत्व में, भारतीय टीम को रेड-बॉल क्रिकेट में बहुत कम हार मिली है। हालांकि, जो भी हार मिली है उसका बहुमत अंग्रेजी टीम के खिलाफ आया है। पिछले बार जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया था तब ऐसा लग रहा था कि भारत यूनाइटेड किंगडम में इतिहास रच देगा, लेकिन घरेलू टीम ने 5 मैचों की सीरीज में भारत को 4-1 से रौंद दिया। जो रूट के लड़के 2021 में भारत का दौरा करने के लिए तैयार हैं और दोनों टीमें एक बार फिर 5-टेस्ट श्रृंखला में टकराएंगी। भारतीय टीम इस सीरीज में टॉप पर पहुंचने के लिए आश्वस्त होगी क्योंकि उन्होंने अपने पिछले दौरे के दौरान इंग्लैंड को हरा दिया था। हालांकि, प्रशंसकों को यह याद रखना होगा कि इंग्लैंड ने भारत में खेली गई 2012-13 की टेस्ट सीरीज में सितारों से भरी भारतीय टीम को हराया था। बेन स्टोक्स, सैम क्यूरन, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो, जोफ्रा आर्चर और मोइन अली को आईपीएल के दौरान भारतीय पिचों पर खेलने का अनुभव है। ऐसे में यह सीरीज बराबरी की लड़ाई पर खेली जाएगी।
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स्मिथ-वार्नर के बाद ऑस्ट्रेलिया मजबूत हुआ है-
हालांकि भारतीय टेस्ट टीम ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज जीती थी, लेकिन घरेलू टीम के पास तब अपने स्टार बल्लेबाजों, डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ की सेवाएं नहीं थीं। जब से यह जोड़ी टेस्ट टीम में लौटी है, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपना खोया हुआ टच वापस पा लिया है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज को ड्रॉ किया, जबकि घरेलू टेस्ट श्रृंखला में वर्तमान में वे पाकिस्तान पर हावी हैं। 2021 में एक बार फिर डाउन अंडर का दौरा करने पर भारत को ऑस्ट्रेलियाई टीम को रोकने के लिए अपने आला गेम को टेबल पर लाना होगा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच की टेस्ट सीरीज एक तरह से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनलिस्ट का फैसला करेगी क्योंकि यह 4 मैचों की टेस्ट सीरीज चैम्पियनशिप के दूसरे हॉफ में खेली जाएगी।