नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह स्पिनर अमित मिश्रा और प्रज्ञान ओझा को कुछ मूलमंत्र दिए हैं। श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले दूसरे ट्वेंटी 20 मैच के अभ् zwj;यास सत्र से पहले बातचीत के दौरान हरभजन ने ओझा और मिश्रा से कहा कि क्रिकेट काफी बदल चुका है और ऐसे बदलाव लगातार होते रहेंगे। उन् zwj;होंने दोनों को धैर्य के साथ संघर्ष करते रहने की सलाह दी। उन् zwj;होंने कहा कि वर्तमान समय स्पिनरों के लिए ज् zwj;यादा मुश्किल हो गया है। उन् zwj;होंने कहा कि स्पिनरों की संख् zwj;या घटती जा रही है। भज् zwj;जी ने कहा कि स्पिन एक कला है और उन् zwj;हें डर है कि कहीं यह कला खो न जाए। इसके पीछे भज् zwj;जी ने तर्क दिया कि आम स्पिनर गेंद को फ्लाइट कराने से डरता है। वो इसलिए क् zwj;योंकि उसे डर होता है कि कहीं बल् zwj;लेबाज आगे बढ़कर शॉट न मार दे। जबकि बॉल के फ्लाइट होने पर अच् zwj;छी स्पिन मिलती है। अपने साथियों से हुई बातचीत का खुलासा करते हुए हरभजन ने कहा कि जो बात उन् zwj;होंने अनिल कुंबले से सीखी वही बातें प्रज्ञान और अमित को बतायीं। बकौल भज् zwj;जी, उन् zwj;होंने दोनों स्पिनरों को हर परिस्थिति का सामना करने की सलाह दी।