नई दिल्ली। क्रिकेट जैसे चर्चित खेल में जब कोई नया खिलाड़ी मैदान पर दिखता है तो उसकी तुलना किसी अन्य क्रिकेटर्स के साथ बड़ी जल्दी होने लगती है। सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस भी तुलना करने में पीछे नहीं रहते। युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत की भी महेंद्र सिंह धोनी के साथ तुलना होने लग पड़ी क्योंकि वो भी विकेटकीपर के ताैर पर टीम में आए हैं। लेकिन गेंदबाजी कोच भरत अरुण इस तुलना से खुश नहीं हैं।
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अरुण ने कहा कि युवा खिलाड़ी की तुलना धोनी से करना सही नहीं है। भरत अरुण ने पांचवे और निर्णायक मैच से पहले कहा कि इस समय पंत की तुलना धौनी से करना सही नहीं होगा। धोनी महान खिलाड़ी हैं, विकेट के पीछे उनका काम कमाल का रहा है। मैदान में विराट (विराट कोहली) को जब भी जरूरत होती है तो उनकी तरफ देखते हैं। टीम पर उनका काफी असर है। बता दें कि पंत ने मोहाली में हुए चाैथे वनडे मैच के दाैरान खराब विकेटकीपिंग की थी। उन्होंने एश्टन टर्नर को 2 जीवनदार दिए जो टीम के लिए हार का कारण बने। केदार जाधव की गेंदबाजी के बारे में पूछे जाने पर उन्हेंने कहा कि अगर पांच गेंदबाज अपना काम कर देगें तो उनकी जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा, 'केदार ने कई बार टीम के लिए उम्दा प्रदर्शन किया है लेकिन हम गेंदबाजी इकाई को कहते हैं कि जब तब उसकी जरूरत नहीं पड़े तब तक उनसे गेंदबाजी नहीं कराई जाए। अगर जरूरी हुआ तो केदार हमारे लिए गेंदबाजी करेंगे।
Bharat Arun, India's bowling coach: It is very unfair to compare Rishabh Pant & Dhoni at this particular moment. Dhoni is huge, is a legend. He has worked behind the stumps & is exemplary. When Virat needs somebody to talk to, he is a huge influence on team at that point of time. pic.twitter.com/gkU83is00s
— ANI (@ANI) March 12, 2019
भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची में हुए तीसरे मैच के दाैरान आर्मी कैप पहनी थी, जिसपर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आपत्ति जताकर आईसीसी के सामने अपना पक्ष रखा। अरुण ने रांची में भारतीय टीम के सेना की कैप पहने पर कहा कि टीम को जो सही लगा उसने वही किया और उनका यह कदम सेना के सम्मान के लिए था। भारतीय गेंदबाजी कोच ने कहा कि सेना ने जो किया हम उसकी सराहना करना चाहते थे। पीसीबी जो करता है वो हमारे नियंत्रण में नहीं है। बीसीसीआई ने आईसीसी से इजाजत लेने के लिए मेहनत की और फिर हमने वह आर्मी कैप अपने सेना के सम्मान में पहनीं। बता दे कि टीम ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए 40 सीआरपीएफ जवानों को याद करते हुए आर्मी कैप पहनी थी।