पैसे दो और चयन पाओ का खेल-
जी हां, चयनकर्ता या फिर एसोसिएशन के सदस्य खिलाड़ियों को टीम में चुनने के लिए 50 हजार से लेकर करोड़ रुपए तक की मांग कर रहे हैं। यहीं नहीं, खिलाड़ियों को खिलाने के लिए फर्जी दस्तावेज भी बनाए गए थे। इस ऑपरेशन के तहत बिहार क्रिकेट एसोशिएशन के चयनकर्ता नीरज कुमार यह कहते हुए खुफिया कैमरे में कैद हो गए कि अगर आप ये रकम अदा करते हैं तो इसी सीजन में रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू स्तर के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के अलावा टी-20 या फिर विजय हजारे ट्रॉफी जैसे वनडे टूर्नामेंट में भी भाग ले सकते हैं।
एक करोड़ रुपए में स्टार बनाने का दावा-
इतना ही नहीं उन्होंने यह दावा भी किया कि एक करोड़ रुपए देने वाले किसी क्रिकेटर को वह उस जमात में खड़ा कर देंगे जहां आज भारतीय क्रिकेट के बड़े-बड़े धुरंधर खड़े हैं। इसके अगर आप 75 लाख रुपए देते हैं तो आपको रणजी ट्रॉफी में खेलने का आश्वासन दिया जा रहा है। नीरज कुमार की बातों इस ओर भी इशारा कर रही हैं कि यह मामला निजी नहीं बल्कि संगठित भ्रष्टाचार का है। इसका अंदाजा नीरज सिंह के उस दावे से पता लगता है जब वे कह रहे हैं कि उनकी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रवि शंकर प्रसाद से बात हो चुकी है और खिलाड़ी का जुगाड़ 40 लाख रुपए में करा दिया जाएगा।
खिलाने से लेकर फर्जी दस्तावेज बनाने तक-
खूफिया कैमरे में लातेहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अमलेश कुमार भी पैसे लेकर खिलाड़ी को मौका देने की बात कहते हुए नजर आए हैं। अमलेश ने दावा किया है कि पैसो की बदौलत किसी भी खिलाड़ी के लिए अंडर-16, अंडर-19, अंडर-23 जैसे टूर्नामेंटों के अलावा रणजी, विजय हजारे ट्रॉफी और आईपीएल जैसे प्रतियोगिताओं में चांस बना दिया जाएगा। इस खूफिया ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम ने रांची क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव मोहम्मद वसीम से भी बात की। उन्होंने भी जिला और रणजी स्तर पर किसी खिलाड़ी को खिलाने के लिए 40 हजार से लेकर 5 लाख रुपए तक की मांग की। इसके साथ ही आसानी से फर्जी कागजात बनवाने की भी बात हुई।
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दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग-
अब ये मामला उजागर होने के बाद कार्रवाई को लेकर प्रतिक्रिया का दौर भी तेज हो गया है। आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा बिहार रणजी के पूर्व कप्तान सुनील कुमार ने भी कहा कि इस सीजन में बिहार ने 40 से ज्यादा खिलाड़ियों को रणजी में खिलाया। यह तो सीधा-सीधा भ्रष्टाचार का मामला है। वहीं, बीसीसीआई के सचिव निरंजन शाह ने कहा कि ये इस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने कहा क्रिकेट में भ्रष्टाचार का खेल पुराना है अब सबको मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।