नहीं रहेगा सॉफ्ट सिग्नल का नियम
आईपीएल 2021 के लिये जारी किये गये नियमों में बीसीसीआई ने सॉफ्ट सिग्नल के नियम को अपडेट कर दिया है और साफ-साफ लिखा है कि अगर किसी फैसले के लिये मैदानी अंपायर को थर्ड अंपायर का सहारा लेना पड़ता है तो उस केस में किसी भी तरह का सॉफ्ट सिग्नल नहीं लिया जायेगा। इसको लेकर थर्ड अंपायर ही पूरी तरह से फैसला सुनायेगा। आईपीएल की नियमावली के एपेंडिक्स डी के 2.2.2 नियम के तहत यह बदलाव किया है जो कि आईपीएल के 13 वें सीजन तक शामिल नहीं किया गया था।
इसमें लिखा है कि,' आईपीएल 2021 के दौरान सॉफ्ट सिग्नल- तीसरे अंपायर की ओर फैसले के लिये रुख करते हुए सॉफ्ट सिग्नल नियम लागू नहीं होगा।'
जानें क्यों लिया गया सॉफ्ट सिग्नल हटाने का फैसला
गौरतलब है कि आईपीएल 2021 की नियमावली से सॉफ्ट सिग्नल को हटाने का फैसला हाल में हुए विवादों के बाद लिया गया है, साथ ही तीसरे अंपायर के पास मौजूद तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर खिलाड़ी के पक्ष में सही निर्णय लिया जा सके इसको लेकर किया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यह फैसला मैदान अंपायर और थर्ड अंपायर के बीच लिये जाने वाले फैसलों में कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा होने से बचाने के लिये लिया गया है।
उन्होंने कहा,' सॉफ्ट सिग्नल को लेकर कई ऐसे मामले सामने आये हैं जिसमें कन्फ्यूजन की स्थिति में होने के चलते मैदानी अंपायर के फैसले के साथ जाना पड़ता है। ऐसे में तीसरे अंपायर के निर्णय को अधिक स्पष्टता देने के लिये सॉफ्ट कॉल को हटाने का फैसला लिया गया है, ताकि अगर मैदानी अंपायर को कन्फ्यूजन हो तो थर्ड अंपायर बेहतर तरीके से अपना फैसला दे सके।'
शॉर्ट रन पर भी थर्ड अंपायर लेंगे फैसला
इतना ही नहीं आईपीएल 2021 के नियमों में एक और बड़ा बदलाव किया गया है। इस सीजन थर्ड अंंपायर नो बॉल के साथ-साथ शॉर्ट रन को लेकर फैसले भी खुद ही देने का काम करते नजर आयेंगे। अगर मैदान पर कोई शॉर्ट रन का फैसला मैदानी अंपायर नहीं दे पाता है तो उसे तीसरा अंपायर चेक करने के बाद बदलने की शक्ति रखता है।
आपको बता दें कि आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने शॉर्ट रन को लेकर यह बदलाव पिछले साल पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुए पहले मैच के बाद उपजे विवाद को लेकर किया है। इस मैच में शॉर्ट रन विवाद के चलते मैच सुपरओवर में पहुंच गया था, जिसमें पंजाब को हार का सामना करना पड़ा था। बाद में सिर्फ एक हार की वजह से पंजाब की टीम प्लेऑफ में क्वालिफाई नहीं कर पायी थी जिसको लेकर पंजाब की टीम ने अपनी शिकायत दर्ज कराई थी।