जानिए क्या है मामला
बता दें कि एक बुकी ने मैच फिक्सिंग के लिए शाकिब से संपर्क साधा था, लेकिन शाकिब ने इसकी जानकारी आईसीसी को नहीं दी। जिसके कारण आईसीसी ने शाकिब पर एंटी-करप्शन कोड का उल्लंघन करने के आरोप में उनको यह सजा सुनाई है। शाकिब अल हसन ने आईसीसी के सभी चार्जेज को मान लिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकिब ने हाल में एसीएसयू के जांच अधिकारी के सामने भी इस घटना की बात कबूल की थी। 32 साल के शाकिब बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक है और उनके नाम पर तीनों फार्मेट में 11,000 से अधिक रन और 500 से अधिक विकेट दर्ज हैं।
आईसीसी था शाकिब से नाखुश
प्रोटोकॉल के मुताबिक, यदि किसी खिलाड़ी को इस तरह का कोई ऑफर मिलता है तो इसे आईसीसी को इसकी जानकारी देनी होती है लेकिन शाकिब ने इन नियमों का पालन बिल्कुल नहीं किया। बुकी द्वारा संपर्क किए जाने की जानकारी छुपाने को लेकर क्रिकेट की शीर्ष संस्था आईसीसी, शाकिब से नाराज थी और उसने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) से कहा था कि वह शाकिब को अभ्यास से दूर रखे। इसके बाद शाकिब के भारत दौरे पर आने को लेकर सवाल खड़े हो गए थे और साथ ही उन पर करीब प्रतिबंध का भी खतरा मंडराने लगा था।
पहले से ही मंडरा रहा था खतरा
आईसीसी के इस फैसले से पहले बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन ने सोमवार को कहा था शाकिब भारत दौरे से बाहर रह सकते हैं। हसन ने ने कहा था, "मुझे विश्वास है कि वे (खिलाड़ी) नहीं जाएंगे और वे इसके बारे में हमें तब बताएंगे जब हमारे पास इसे करने को लेकर कुछ नहीं होगा। मुझे नहीं पता। मैंने आज शाकिब से बात की है। देखते हैं वह क्या कहते हैं। यह दूसरों के लिए भी हो सकता है, लेकिन मुझे जानकारी मिली है कि वे नहीं जाएंगे।" जब से शाकिब को कारण बताओ नोटिस मिला था, तब से उन्होंने टीम के अभ्यास सत्र में भाग नहीं लिया था। बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन पहले ही कह चुके थे कि अगर शाकिब ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शाकिब हाल ही में एक एबेसेडर के रूप में ग्रामीणफोन कंपनी से जुड़े थे और बीसीबी के खिलाड़ियों के साथ समझौतों के अनुसार, राष्ट्रीय अनुबंध के तहत आने वाले क्रिकेटर टेलीकॉम कंपनी से नहीं जुड़ सकते।