नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्टार स्पिन गेंदबाज ने सोशल मीडिया पर कोरोना की वैक्सीन लेते हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की है। लेकिन इस तस्वीर के चलते अब वह मुश्किल में घिर गए हैं। दरअसल आरोप है कि कुलदीप यादव ने कोरोना की वैक्सीन अस्पताल की बजाए गेस्ट हाउस में लगवाई है। कुलदीप यादव ने कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए जो स्लॉट बुक किया था वो अस्पताल के लिए था, लेकिन बजाए अस्पताल के उन्हें यह वैक्सीन गेस्ट हाउस में लगाई गई है। जिसके बाद कानपुर प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है।
बता दें कि कुलदीप यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा की थी। उन्होंने खुद को वैक्सीन लगाए जाने की इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा था जब भी मौका मिले तुरंत टीका लगवाएं, सुरक्षित रहें क्योंकि कोविड-10 के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की आवश्यकता है। लेकिन पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार कुलदीप यादव को वैक्सीन कानपुर नगर निगम के गेस्ट हाउस में लगाई गई है जबकि उनके लिए स्लॉट गोविंद नगर स्थित जगेश्वर अस्पताल के लिए बुक था। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुलदीप को अस्पताल का स्लॉट दिया गया था।
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इस मामले के सामने आने के बाद कानपुर के डीएम आलोक तिवारी ने एडीएम अतुल कुमार को मामले की जांच का आदेश दिया है और जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देने के लिए निर्देश दिया है। बता दें कि कुलदीप यादव को कोरोना की वैक्सीन की पहली डोज शनिवार को लगाई गई है। इसकी तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की है। कुलदीप यादव लंबे समय से भारतीय टीम में अपनी जगह को पक्की करने के लिए जूझ रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के बाद आईपीएल में भी कुलदीप यादव का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था, जिसकी वजह से उन्हें इंग्लैंड के दौरे पर टीम में शामिल नहीं किया गया है। टीम में आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर को बतौर स्पिन गेंदबाज टीम में शामिल किया गया है।