पाक के खिलाफ जीतने वाले पहले कप्तान-
लाला अमरनाथ का पूरा नाम नानिक अमरनाथ भारद्वाज था। आज (11 सिंतबर) लाला की 108वीं जयंती है। अमरनाथ परिवार का भारतीय क्रिकेट में अतुलनीय योगदान है। बाद में उनके बेटे सुरिंदर और मोहिंदर अमरनाथ ने भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया। मोहिंदर अमरनाथ तो पहली बार 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। आजाद भारत के पहले टेस्ट कप्तान लाला अमरनाथ की कप्तानी में ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी। साल 1952 में उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में हराया। भारत के दौरे पर आई पाकिस्तान टीम की यह पहली टेस्ट सीरीज थी। पांच मैचों की सीरीज भारत ने 2-1 से सीरीज जीती थी।
|
लाला की 108वीं जयंती पर आईसीसी का ट्वीट-
इतना ही नहीं, भारत के पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी लाला अमरनाथ ही कप्तान थे। उनके जन्मदिन के अवसर पर आईसीसी ने भी हैप्पी बर्थडे विश किया है। लाला अमरनाथ ने 17 दिसंबर 1933 को पहला शतक जड़ा था। भारत ने यह मैच इंग्लैंड के खिलाफ तब बंबई के जिमखाना ग्राउंड पर खेला था जिसमे अमरनाथ ने 118 रनों की पारी खेली थी। उस समय तक भारत की ओर से किसी भी क्रिकेटर ने टेस्ट मैच में शतक नहीं लगाया था। हालांकि भारत इस मैच को चौथे ही दिन लंच के बाद 9 विकेट से हार गया था लेकिन अमरनाथ की शतकीय पारी के कारण यह मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास के शानदार पलों के रूप में दर्ज हो चुका है। बता दें कि यह शतक अमरनाथ के इंटरनेशनल करियर का एकमात्र शतक भी साबित हुआ।
टेस्ट मैचों में ओपनिंग के लिए रोहित शर्मा को मिला इन दिग्गजों का समर्थन
महानतम ब्रेडमैन का वह विकेट-
अमरनाथ की उपलब्थि केवल उनकी बल्लेबाजी नहीं थी बल्कि वे एक सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी करने वाले उपयोगी गेंदबाज भी थे। अमरनाथ ने 24 टेस्ट मैचों में एक शतक और चार अर्धशतक के साथ 24.38 की औसत से 878 रन बनाए थे और 32.91 की औसत से 45 विकेट भी चटकाए। उनका 1947 में ब्रिस्बेन टेस्ट के दौरान लिया गया महानतम बल्लेबाज ब्रैडमैन का विकेट खासा चर्चित है। ये एक हिटविकेट आउट किया और क्रिकेट में 100 से कुछ ही कम का औसत रखने वाले ब्रैडमैन अपने इंटरनेशनल करियर में बस एक बार ही हिटविकेट आउट हुए थे। लाला का प्रथम श्रेणी करियर काफी शानदार रहा जिसमें उन्होंने 186 मैचों में 41.37 की औसत के साथ 10,426 रन बनाने के अलावा 22.98 की बेहतरीन औसत के साथ 463 विकेट भी अपने नाम किए। 5 अगस्त 2000 को 88 साल 329 दिन की उम्र में लाला का निधन हो गया था।