बहुत छोटी उम्र में बने करोड़पति-
सुंदर की बात करें तो बात करीब 4 साल पुराना एक किस्सा याद आता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ अंडर 19 वर्ल्ड कप फाइनल में खेल रहे वाशिंगटन सुंदर अचानक ट्विटर पर टॉप ट्रेंडिंग में आ गए। मैच में वाशिंगटन सुंदर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। वाशिंगटन सुंदर 41 गेंदों पर महज 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस युवा क्रिकेटर के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ट्विटर पर कुछ लोगों ने उनके नाम का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया था। वाशिंगटन सुंदर के नाम को लेकर सवाल पूछे जा रहे थे। फरवरी 2016 में जिस क्रिकेटर का मजाक उड़ा था, उसे आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की वजह उसे भारतीय टीम में शामिल होने का मौका मिला। दिसंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण करने वाले वाशिंगटन सुंदर 18 साल 69 दिन की उम्र में डेब्यू करने वाले सबसे युवा डेब्यूटेंट बन गए। IPL 2017 में सुंदर ने सबसे कम उम्र 17 साल 223 दिनों में मैन ऑफ द मैच चुने जाने का रिकॉर्ड भी बनाया हुआ है। इतना ही नहीं, आईपीएल 2018 की नीलामी के दूसरे दिन वाशिंगटन सुंदर को तीन करोड़ 20 लाख की ऊंची कीमत पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने खरीदा था।
एक कान से नहीं सुनने पर फील्डिंग में होती है दिक्कत-
सुंदर एक कान से नहीं सुन सकते हैं। ये क्रिकेटर जब महज 4 साल का था तो परिवार को उनकी परेशानी का पता चला। मां कई डॉक्टरों के पास ले गई। कई अस्पतालों में इलाज हुआ लेकिन फिर पता चला कि ये बीमारी ठीक नहीं हो सकती। सुंदर को इसके लिए परेशानी का भी सामना करना पड़ा और उनको फील्डिंग के दौरान सुनाई देने में दिक्कतें भी होती थी लेकिन उन्होंने क्रिकेट में इस बीमारी को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। सुंदर को असली पहचान निदहास ट्रॉफी से मिली थी। इस टॉफी में अहम भूमिका निभाने वाले ऑफ स्पिन गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर की तारीफ तब कप्तान रोहित शर्मा ने भी की थी। रोहित ने कहा था, 'वॉशिंगटन सुंदर का स्पैल शानदार था। नई गेंद से गेंदबाजी करना आसान नहीं होता। बाकी गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की। वॉशिंगटन ने काफी बहादुरी से गेंदबाजी की। वह फ्लाइट देने से डरे नहीं। वह साफ तौर पर जानते थे कि उन्हें क्या चाहिए। इससे मुझे राहत मिली। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ भी अच्छी गेंदबाजी की थी।' निदहास ट्रॉफी में इस स्पिनर ने सीरीज में पांचों मैचों में खेले थे, और आठ विकेट झटके थे। सुंदर ने ज्यादातर गेंदबाजी पॉवरप्ले में की, उनका इकॉनमी रेट 5.70 रहा, जबकि उसी सीरीज में चहल का इकॉनमी रेट 6.45 रहा था।
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टी-20 विश्व कप पर नजरें-
विश्व कप 2019 के बाद टीम इंडिया में सुंदर को मौका तब मिला जब भारत वेस्टइंडीज दौर पर गया और सुंदर टी20 टीम का हिस्सा बने। यहां भी सुंदर एक ऐसा T-20 रिकॉर्ड अपने नाम कर दिया जिसकी बराबरी केवल बांग्लादेश के कप्तान मशर्फे मुर्तजा ही कर सकते हैं। इसके अलावा दुनिया में कोई भी क्रिकेटर सुंदर के इस रिकॉर्ड की बराबरी करने का माद्दा नहीं रखता है। सुंदर ने पहले गेंदबाजी में कैरेबियाई ओपनर जॉन कैंपबेल को जीरो रन पर आउट कर दिया और फिर कीमो पॉल के 18वें ओवर में उनके बल्ले से ही भारत की जीत का शॉट निकला। सुंदर ने इस गेंद को बाउंड्री के लिए भेजकर भारत को 4 विकेट से जीत दिला दी थी। इसी के साथ सुंदर ऐसे केवल दूसरे क्रिकेटर बन गए जिन्होंने विपक्षी टीम का पहला विकेट चटकाने के बाद बल्ले से भी विजयी रन बनाया। सुंदर इस मैच में 5 गेंदों पर नाबाद 8 रन बनाकर लौटे और उन्होंने छक्के के साथ मैच का अंत किया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 15 सितंबर से शुरू हुई 3 मैचों की टी20 सीरीज के लिए वॉशिंगटन सुंदर और राहुल चाहर जैसे युवाओं को माैका दिया गया था। मुख्य चयनकर्ता ने इनको जगह देने पर कहा, 'हम ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए स्पिन विभाग में वेराइटी लाने के लिए युवाओं को अधिक से अधिक मौका देना चाहते हैं। बीते दो वर्षों में कुलदीप और चहल ने छोटे प्रारूप में शानदार प्रदर्शन किया है। वे निश्चित तौर पर रेस में शामिल हैं, लेकिन हमारे पास कुछ और युवा खिलाड़ी हैं, जिन्हें हम आजमाना चाहते हैं।'