नई दिल्ली। आखिर भारतीय क्रिकेट से 'कॉफी विद करण' का बहुचर्चित चैप्टर हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल को सजा सुनाए जाने के साथ समाप्त हो गया। बीसीसीआई के लोकपाल जस्टिस डी.के. जैन ने दोनों खिलाड़ियों पर 20-20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इस सजा के में जो प्रावधान किए गए हैं उसके चलते भारतीय दृष्टीबाधित क्रिकेट संघ (CABI) ने बीसीसीआई की सराहना की है।
आपको बता दें इन 20-20 लाख रुपयों में से दोनों खिलाड़ियों को भारत के वीर एप के जरिए अर्धसैनिक बलों की 10 विधवाओं को एक-एक लाख रुपए देने होंगे। इसके अलावा दोनों को भारतीय दृष्टीबाधित क्रिकेट संघ को 10-10 लाख रुपए देने होंगे। अगर ये खिलाड़ी तय समयसीमा में ये रकम जमा नहीं कर सकते हैं तो उनकी मैच में से बीसीसीआई के द्वारा ये रकम काट ली जाएगी।
लोकपाल के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए CABI के अध्यक्ष जीके महंतेश ने कहा है, 'ये नेत्रहीन क्रिकेट के लिए एक अच्छा संकेत है और भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ये एक बड़ा ही सकारात्मक कदम उठाया है। इससे ये संदेश जाएगा कि बीसीसीआई दृष्टीबाधित क्रिकेट के बारे में सोच रही है और वे हमको लेकर गंभीर हैं।'
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हालांकि महंतेश का मानना है कि बीसीसीआई को उनके लिए एक लंबी योजना बनाने की जरूरत है क्योंकि नेत्रहीन क्रिकेट आधारभूत सुविधाओं से कमी से जूझ रहा है। इस बारे में जल्द ही बीसीसीआई के क्रिकेट ओपरेशनल जनरल मैनेजर सबा करीम से बात की जाएगी ताकि इन सुविधाओं का इंतजाम किया जा सके।
आपको बता दें अब पांड्या और राहुल के ऊपर लगा मामला पूरी तरह से पूरा हो गया है। ये दोनों खिलाड़ी पहले ही विश्व कप की टीम में चयनित हो चुके हैं। फिलहाल दोनों क्रिकेटर आईपीएल में शानदार खेल दिखा रहे हैं।