जब भज्जी ने कंगारूओं को नचाया-
भारतीय टेस्ट क्रिकेट की सबसे पहली हैट्रिक बनाने का रिकॉर्ड हरभजन सिंह के नाम दर्ज है। भज्जी उस समय दुनिया की सबसे खतरनाक टीम ऑस्ट्रेलिया का सामना कर रहे थे और यह मैच कोलकाता के ईडन गार्डन में हो रहा था। इससे पहले मैच में भारत हार चुका था। जब हरभजन ने हैट्रिक के लिए पहली गेंद डाली उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 4 विकेट पर 254 रन था। भज्जी ने सबसे पहले 6 रन के स्कोर पर रिकी पोटिंग को पगबाधा किया और फिर अगली ही गेंद पर एडम गिलक्रिस्ट का भी विकेट ऐसे ही लिया। तीसरे बल्लेबाज शेन वार्न थे जिनको हरभजन ने लेग स्टंप पर गेंद डाली। वार्न ने यह गेंद खेली जो सीधे शॉर्ट लेग पर खड़े फील्डर सदगोपन रमेश ने शानदार प्रयार करते हुए लपक ली। बता दें कि यह मैच भारत जीतने में कामयाब हुआ था और इसी मैच में लक्ष्मण ने 281 रनों की महान पारी खेली थी।
पाकिस्तान में छाए पठान-
भारत के लिए दूसरी हैट्रिक इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ उसी की धरती पर ली थी। कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को पहले बैटिंग के लिए न्यौता दिया था और अभी पाकिस्तान का खाता भी नहीं खुला था कि पठान ने अपनी स्विंग का कहर बरपा दिया। उनका पहला शिकार सलमान बट्ट बनें जिनको स्लिप में द्रविड़ ने लपका। दूसरे शिकार युनूस खान बने जो तेजी से अंदर आती पठान की गेंद को समझ नहीं सके और पगबाधा। ठीक ऐसी ही गेंद पर मोहम्मद युसूफ भी बोल्ड हो गए और पठान ने हैट्रिक ले ली। हालांकि भारत यह मैच हार गया था और इसी के साथ उसको तीन मैचों की सीरीज भी 1-0 से गंवानी पड़ी।
बुमराह ने विराट कोहली के नाम की टेस्ट करियर की पहली हैट्रिक, देखें VIDEO
बुमराह की बूम-
इसके बाद जसप्रीत बुमराह की हैट्रिक का नंबर आता है। बुमराह ने ये हैट्रिक मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच के दौरान 9वें ओवर में पूरी की। उन्होंने 4 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे डेरेन ब्रावो को अपना पहला शिकार बनाया जो स्लिप में केएल राहुल को कैच थमाकर आउच हो गए। उसके बाद शमर्थ ब्रूक्स को अगली ही गेंद पर पगबाधा कर दिया। हालांकि बल्लेबाज इससे संतुष्ट नहीं हुआ और उसने रिव्यू ले लिया। रिव्यू में पता चला कि गेंद लेग स्टंप को उड़ा रही थी। यह रिव्यू वेस्टइंडीज के लिए बेकार चला गया। हैट्रिक बॉल का सामना करने के लिए रोस्टन चेस आए जो एक बार फिर बुमराह की गेंद को पैड पर खेल गए लेकिन इस बार बुमराह से अपील ने नहीं की क्योंकि उनका लगा कि गेंद पहले पैड से नहीं टकराई है। यहां तक की अंपायर पॉल राफेल ने नॉटआउट का ही फैसला सुनाया। इसके बाद विराट कोहली ने रिव्यू लिया और आगे की कहानी इतिहास में दर्ज हो चुकी है।