भारतीय क्रिकेट में 'कोहली फैक्टर' का प्रभाव
इसी वजह से सीएसी ने आवेदकों के विचारों को विराट कोहली के साथ काम करने के मामले में जानना चाहा। इस बारे में बात करते हुए सीएसी के सदस्य मदन लाल ने पीटीआई को बताया कि सुनील जोशी और हरविंदर सिंह दोनों के पास इस विशेष विषय पर "सर्वश्रेष्ठ उत्तर" थे कि वे कोहली के साथ काम करने को लेकर सोचते हैं।
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'कप्तान टीम के लिए बहुत मायने रखता है'
"हमारे दिमाग में यह सवाल सबसे अधिक था। हमारा कप्तान एक उच्च प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी है। हमने इसे ध्यान में रखा है कि हमें कोई ऐसा व्यक्ति मिले जो उसके साथ संवाद कर सके, क्योंकि अंत में वह कप्तान ही होता है, जिसे टीम को चलाना है।
"कप्तान टीम के लिए बहुत मायने रखता है और इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप उसके साथ कैसे बात करते हैं। जो चला गया है वह अतीत में है, जिन दो चयनकर्ताओं को हमने चुना है, उनके पास इस विषय पर सबसे अच्छा उत्तर मिला है। "
सुनील जोशी मुख्य चयनकर्ता-
भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर, सुनील जोशी को बुधवार को क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने एमएसके प्रसाद की जगह पर मुख्य क्रिकेट चयनकर्ता चुना गया था। एमएसके प्रसाद के कार्यकाल के समाप्ती के बाद नई सलेक्शन कमेटी में सुनील जोशी के अध्यक्षता में हरविंदर सिंह, देवांग गांधी, सरनदीप सिंह और जतिन परांजपे मिलकर काम करेंगे। वैसे देवांग गांधी, सरनदीप सिंह और जतिन परांजपे का कार्यकाल अगले एक साल में खत्म हो जाएगा।
नई भूमिका पर क्या बोले जोशी-
जोशी के लिए यह बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें टीम मैनेजमेंट के माैजूदा हालातों से वाकिफ होना पड़ेगा। ऐसे में जोशी ने कहा, ''मुझे पता है कि बहुत सारी चुनौतियां हैं। मुझे पहले औपचारिक रूप से काम संभालना होगा और फिर देखना होगा कि मुझे समूह के साथ कितना अच्छा नतीजा मिल सकता है। मैं अपनी क्षमता के अनुसार टीम प्रबंधन और समिति के सदस्य के साथ पहले ये सुनिश्चित करूंगा कि भारतीय क्रिकेट को बेहतरीन करने के लिए हम एक ही मिशन पर हों।''
भारतीय क्रिकेट के चयनकर्ता-
उन्होंने आगे कहा, "मैं अपने प्यारे देश की सेवा करना सम्मान समझता हूं। मैं सीएससी अध्यक्ष मदन लाल, आर पी सिंह और मैडम सुलक्षणा नाइक का आभारी हूं जिन्होंने मेरी उम्मीद्वारी पर विचार किया।''
49 वर्षीय जोशी ने 1996 से 2001 के बीच 15 टेस्ट और 69 एकदिवसीय मैच खेले, जबकि हरविंदर, जिन्होंने गगन खोड़ा की जगह ली है, ने तीन टेस्ट और 16 एकदिवसीय मैच खेले। दक्षिण और मध्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि में क्रमशः वर्तमान पैनल सदस्य जतिन परांजपे (पश्चिम), देवांग गांधी (पूर्व) और सरनदीप सिंह (उत्तर) में शामिल होंगे।