नई दिल्ली। भारतीय टीम 6 फरवरी से वेस्टपेक मैदान पर अपना टी-20 अभियान शुरू करने उतरेगी। वेलिंग्टन के इस मैदान पर खेलने के साथ ही टीम इंडिया कीवीलैंड में अपना रिकॉर्ड भी सुधारने के इरादे से उतरेगी। हाल में ही कीवी टीम को वनडे सीरीज में 4-1 से मात देने वाली भारतीय टीम का टी-20 रिकॉर्ड ब्लैक कैप्स के देश में कुछ खास नहीं हैं। ऐसे में रोहित शर्मा की अगुवाई में बेहतरीन फार्म में चल रही भारतीय टीम के पास सुनहरा मौका है।
बता दें भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ उसकी धरती पर कोई द्विपक्षीय टी-20 नहीं जीती है। भारत ने 2008-09 यहां खेली गई टी-20 सीरीज 2-0 से गंवाई थी। इसके बाद 2012 में दो मैचों की सीरीज भी 1-0 से गंवाई, हालांकि बाद में भारत ने अपनी जमीन पर 2017-18 में 2-1 से कीवियों को मात दी थी। भारत को वनडे सीरीज में खासा तंग करने वाले ट्रेंट बोल्ट को इस बार टी-20 सीरीज में आराम दिया गया है। विराट कोहली की गैरमौजदूगी के बावजूद जिस तरह से टीम इंडिया ने अपना अंतिम वनडे मैच न्यूजीलैंड में जीता था उससे टीम की फार्म का अंदाजा लग सकता है।
टी-20 फार्मेट से जल्द ही संन्यास की घोषणा कर सकती हैं मिताली राज
इसके अलावा ऋषभ पंत की टीम में वापसी से भारत और मजबूत हुआ है। जबकि कीवी टीम के टी-20 फार्मेट के सबसे प्रमुख बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल चोट के चलते बाहर हैं। ऐसे में भारत के पास कीवियों को उसकी ही धरती पर धूल चटाने का बेहतरीन मौका है। हालांकि रोहित शर्मा जानते हैं कि कीवियों को उनकी धरती पर कमतर आंकने की भूल भारत नहीं कर सकता। लेकिन भारतीय टीम यहां पर आने वाले विश्व कप के मद्देनजर कुछ अहम फैसले ले सकती है। कोहली की अनुपस्थिति में खासकर दिनेश कार्तिक के बल्लेबाजी क्रम पर नजर रहेगी। कार्तिक से टीम को मैच फिनिशर की भूमिका में खरे उतरने की अपेक्षा है।