नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए दूसरा टेस्ट जीतना हर हाल में जरूरी है। मैच ड्रा हुआ तभी भी न्यूजीलैंड सीरीज पर कब्जा कर लेगा। पहले टेस्ट में भारत सभी विभागों में विफल हुआ था। खामियां बल्लेबाजी में भी दिखीं, जिसपर सवाल भी उठे। कप्तान विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा के खेलने के तरीके पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर स्लो खेलेंगे तो इससे दूसरे बल्लेबाजों पर दवाब आता है। लेकिन पुजारा के अलावा अन्य बल्लेबाज भी पहले टेस्ट में फेल हुए। पुजारा स्लो खेलते हैं तो उप-कप्तान अजिंक्या रहाणे में भी एक कमी नजर आई जिसका खुलासा दूसरे टेस्टे से पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने किया।
वेंगसरकर ने पहले पुजारा को लेकर राय रखी फिर रहाणे की कमी उजागर की। उन्होंने बताया कि अगर पुजारा स्लो खेलकर बाकी खिलाड़ियों पर दवाब लाते हैं तो रहाणे भी अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में बदलने के लिए असमर्थ रहते हैं। उन्होंने कहा, '' पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं, लेकिन वो स्ट्राइक रेट रोटेट करने में असफल रहे। इसके लिए उन्हें सक्षम होना पड़ेगा, अन्यथा बाकी बल्लेबाजों को परेशानी होगी क्योंकि दूसरे छोर पर टिके खिलाड़ी भी अपनी लय खो बैठते हैं। वहीं रहाणे हैं जिन्हें अपनी पारी को बड़े स्कोर की ओर ले जाना होगा। वह अपनी अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में बदलने में सक्षम नहीं होते हैं।
'खेलने का तरीका हर किसी का अलग है', रहाणे ने दिया कोहली को जवाब
बता दें कि बता दें कि पुजारा ने बेहद धीमी बल्लेबाजी की थी। पुजारा ने पहली पारी में 42 गेंदों में 11 रन बनाए थे तो दूसरी पारी में 81 गेंदें खेलकर 11 रन बनाए थे। पुजारा ने बीच में 28 गेंद तक एक भी रन नहीं बनाया और ऐसे में दूसरे छोर पर खड़े मयंक अग्रवाल को ढीले शॉट खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुजारा के अलावा हनुमा विहारी ने भी दूसरी पारी में 79 गेंदें खेलीं और 15 रन बनाए। वहीं रहाणे पहली पारी में लय पकड़ चुके थे लेकिन वो पारी को लंबा खींचने में असफल हो गए। वह 46 रन बनाकर लाैटे, जबकि दूसरी पारी में भी 26 रन बनाकर आउट हो गए थे।