नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को इस बात का दुख नहीं है कि वो आईपीएल का हिस्सा नहीं है। कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका स्ट्राइक रेट लगभग 110 के बराबर है, लेकिन उनकी बोली लग जाती है। वहीं पुजारा को फ्रेंचाइजियों द्वारा हमेशा नजरअंदाज किया गया है। जब उनसे से इसको लेकर सवाल किया गया तो पुजारा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ''एक क्रिकेटर होने के नाते मैं इस तरह से नहीं सोचता। फिर मैं ऐसा इंसान हूं जो कभी इस तरह का अहं भाव नहीं रखेगा क्योंकि मैंने देखा है कि आईपीएल नीलामी पेचीदा होती है।"
पुजारा ने कहा, ''मैंने देखा है कि हाशिम अमला जैसे विश्वस्तरीय खिलाड़ियों को भी नीलामी में खरीदार नहीं मिलता है। कई बहुत अच्छे टी20 खिलाड़ी हैं जिन्हें नहीं चुना जाता है। इसलिए मैं इसको लेकर अहं भाव नहीं रखता कि उन्होंने मुझे नहीं चुना। हां, मौका मिलने पर मैं आईपीएल में खेलना चाहूंगा।" उनसे सवाल किया गया कि क्या उन्हें लगता है कि उन्हें लोगों की उनको लेकर बनी धारणा के कारण नुकसान होता है, उन्होंने कहा, ''मैं हां कहूंगा। मुझ पर टेस्ट खिलाड़ी का ठप्पा लगा दिया गया है और मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता।"
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ऑस्ट्रेलिया के 2018-19 दौरे में 500 से अधिक रन बनाकर भारत को 2-1 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले पुजारा ने कहा, ''मैं शुरू से कहता रहा हूं कि मुझे मौका मिलना चाहिए और एक बार मौका मिलने पर ही मैं यह साबित कर पाऊंगा कि मैं सफेद गेंद (सीमित ओवरों) की क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं।"
उन्होंने कहा, ''मैंने लिस्ट ए क्रिकेट (औसत 54), घरेलू टी20 (मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक) में अच्छा प्रदर्शन किया है। मैंने इंग्लैंड में लिस्ट ए मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था।" पुजारा ने कहा, ''प्रदर्शन ऐसी चीज है जिस पर मैं नियंत्रण कर सकता हूं और मैं ऐसा करूंगा। मैं अभी केवल मौके का इंतजार कर सकता हूं। सभी प्रारूपों में खेलकर मुझे खुशी होगी। जब तक मैं खेलता रहूंगा तब तक खेल का विद्यार्थी बना रहूंगा और सीखने की कोई सीमा नहीं होती है। लेकिन जब मुझे मौका मिलेगा तभी मैं धारणा बदल सकता हूं।"