नई दिल्ली। बॉक्सिंग डे टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में एक बार खुद को भारत का भरोसेमंद बल्लेबाज साबित करते हुए शतक बनाया। वैसे पुजारा बहुत तेजी के साथ बल्लेबाजी करने के लिए नहीं जाने जाते हैं, लेकिन इस पिच पर असमान उछाल के चलते उनको अपने चिरपरिचित अंदाज से भी ज्यादा धीमी गति से रन बनाने पड़े।
इस बारे में बात करते हुए पुजारा ने बताया है कि इस पिच पर बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए बहुत गेंदों को खेलना पड़ेगा। अगर मैं किसी ओर पिच पर बल्लेबाजी कर रहा होता तो इतने समय में कम से कम 140-150 रन बना चुका होता। हालांकि यही टेस्ट क्रिकेट है। इसमें आपको परिस्थितियों के लिहाज से खुद को ढालना पड़ता है। पुजारा का मानना है कि पिच पर मौजूद असमान उछाल कंगारू बल्लेबाजों को भी दिक्कत करेगा। क्योंकि पिच में दूसरे दिन से टूट-फूट देखने को मिलने लगी है जो असमान उछाल को और बढ़ाएगी।
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पुजारा ने कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए हुई 170 रनों की भागेदारी के बारे में बात करते हुए बताया कि कोहली को दूसरे छोर से बल्लेबाजी करते हुए देखना शानदार अनुभव है। खासकर उनके स्ट्रेट ड्राइव देखने लायक होते हैं। उन्होंने कोहली की टाइमिंग की भी तारीफ की। बता दें कि पहली पारी में विराट कोहली ने 82 और पुजारा ने 106 रनों की पारियां खेलकर भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी थी। भारत ने पहली पारी 7 विकेट पर 443 रन बनाकर घोषित कर दी थी।