पूरे सीजन में की जबरदस्त गेंदबाजी
पुजारा भी सौराष्ट्र की तरफ से खेले हैं। उन्होंने अपने टीम साथी उनादकट की तारीफ करते कहा किउन्हें हैरानी होगी अगर उनादकट को भारतीय टीम में जगह नहीं मिलती है। जयदेव भले ही भारतीय टीम में अपने चयन के बारे में नहीं सोच रहे होंगे लेकिन मुझे हैरानी होगी अगर उनका चयन नहीं होता है। पुजारा ने कहा कि उनादकट ने पूरे रणजी सीजन जबरदस्त गेंदबाजी की। अगर कोई गेंदबाज एक सीजन में 67 विकेट चटकाता है तो मुझे नहीं लगता कि कोई और रणजी ट्रॉफी में उससे बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। भारतीय टीम में चयन के लिए रणजी ट्रॉफी का काफी महत्व होना चाहिए।
10 मैचों में झटके 67 विकेट
जयदेव उनादकट की वजह से उनकी टीम सौराष्ट्र ने बंगाल को हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता। उनादकट सौराष्ट्र की टीम के कप्तान भी थे। उनादकट ने इस सीजन में खेले 10 मैचों में कुल 67 विकेट चटकाए और सिर्फ एक विकेट से वो रणजी ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट (68) के रिकॉर्ड से वो पीछे रह गए।
जारी रखेंगे ऐसी भूख
रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतने के बाद उन्होंने कहा था कि मुझमें अभी भी उसी तरह की भूख है। उसी भूख की वजह से मैं इस सीजन हर मैच में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होता रहा। मैं इस प्रदर्शन को लगातार जारी रखना चाहता हूं।