नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में भले ही नागरिकता संसोधन बिल पास गो गया हो, लेकिन इसके प्रति विरोध भी जमकर हो रहा है। बीजेपी के लिए यह बड़ी कामयाबी बताई जा रही है, पर पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बिल के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। इस असर अब खेल पर भी देखने को मिला है।
बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार, असम और त्रिपुरा में होने वाले रणजी ट्रॉफी के मैच रद्द हो गए हैं। दोनों राज्यों में नागरिकता बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए ये फैसला लिया गया है, कई जगह सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है। इसके अलावा इंडियन सुपर लीग के छठे सीजन का एक मैच भी नागरिकता संसोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन के कारण मैच स्थगित किया गया है। पूर्वोत्तर यूनाइटेड एफसी और चेन्नईयिन एफसी के बीच होने वाला मैच स्थगित किया गया।
Ranji Trophy matches suspended in Assam and Tripura, following protests in the states. #CitizenshipAmendmentBill2019
— ANI (@ANI) December 12, 2019
बिल पास होने के खिलाफ असम और त्रिपुरा में जमकर विरोध हो रहा है। लोग सड़कों पर उतर चुके हैं जिस कारण राज्य सचिवालय के पास छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे। प्रदर्शन को बढ़ता देख डिब्रूगढ़ में सेना बुलाई। इस बीच कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है, या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं। कई ट्रेनों के टाइम-टेबल में भी बदलाव किया गया है।
Football Sports Development Limited: Indian Super League match between Northeast United FC & Chennaiyin FC has been postponed, due to the ongoing unrest in Guwahati, Assam. https://t.co/sztdtkTCKD
— ANI (@ANI) December 12, 2019
बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक के तहत 1955 के सिटिजनशिप ऐक्ट में बदलाव का प्रस्ताव है। इसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आकर भारत में बसे हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रस्ताव है। इन समुदायों के उन लोगों को नागरिकता दी जाएगी, जो बीते एक साल से लेकर 6 साल तक में भारत आकर बसे हैं। फिलहाल भारत की नागरिकता वही हासिल कर सकता है जो 11 साल तक रहा हो।