बोली ये बात
बीसीसीआई के अधिकारियों और प्रशासकों की समिति (सीओए) के सदस्यों के बीच एक विशेष आम बैठक (एसजीएम) में इसपर फैसला होगा कि भारत विश्व कप में पाकिस्तान के साथ खेलेगा या नहीं। शास्त्री ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू के दाैरान कहा कि भारतीय बोर्ड और सरकार जो भी फैसला करेंगे, हम उसके साथ जाएंगे, भले ही इसका मतलब पूरे आईसीसी से हो। शास्त्री के कहने का मतलब है कि यानि कि भारत वर्ल्ड कप नहीं खेलने के लिए भी तैयार है।
सरकार लेगी अंतिम फैसला
शास्त्री ने कहा कि बीसीसीआई और सरकार को अच्छे से पता है कि क्या हो रहा है और क्या नहीं। वे हमें अंतिम कॉल करेंगे। शास्त्री ने कहा, "यह पूरी तरह से बीसीसीआई और सरकार पर छोड़ दिया गया है। उन्हें पता है कि वास्तव में क्या हो रहा है और वे मुझे फोन करके बताएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार पूरे विश्व कप का बहिष्कार करेगी तो शास्त्री ने कहा, "यदि सरकार कहती है कि यह संवेदनशील है तो आपको वर्ल्ड कप खेलने की आवश्यकता नहीं है, मैं अपनी सरकार के फैसले का साथ दूंगा।''
बीसीसीआई नहीं है खेलने को तैयार
गाैरतलब है कि 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में देश ने 40 सीआरपीएफ जवान गंवा दिए। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मुहम्मद ने ली जो पाकिस्तान की गोद में बैठकर इन आतंकी हमलों को अंजाम देता है। भारत का वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ 16 जून को मैनचेस्टर में मुकाबला होना है, लेकिन बीसीसीआई उनके साथ खेलने के लिए अब तैयार नहीं है। वहीं पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब मलिक ने भी कहा कि भारत को पूरा अधिकार है कि वो पाकिस्तान के साथ वर्ल्ड कप में मैच न खेले। उनके देश पर घातक हमला हुआ है। हम इस बात पर बहस नहीं कर सकते। इसके कई पूर्व भारतीय क्रिकेटर और खेल प्रशंसक पाकिस्तान से खेल से जुड़े सभी रिश्ते तोड़ने की बात कर रहे हैं। बता दें कि हरभजन सिंह, साैरव गांगली और कपिल देव ने पाकिस्तान के साथ मैच ना खेलने की अपील की।