नई दिल्ली। टीवी शो कॉफी विथ करण के सेट पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद निलंबन झेल रहे हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को राहत मिली है। सीओए ने दोनों खिलाड़ियों के ऊपर से प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया है। बोर्ड के संविधान के मुताबिक पांड्या और केएल राहुल के खिलाफ जारी जांच के बाद उनकी सजा का फैसला बोर्ड के लोकपाल को करना है जिसकी नियुक्ति अभी तक नहीं हुई है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीसीसीआई को चले रही प्रशासकों की समिति यानी सीओए ने अदालत से ही एक एड-हॉक लोकपाल नियुक्त करने की मांग की थी ताकि दोनों क्रिकेटरों की सजा पर फैसला हो सके। सीओए के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि न्यायमित्र पीएस नरसिम्हा की सहमति पर 11 जनवरी 2019 को लगाया गया यह बैन हटा लिया गया। इस मामले की जांच जारी रहेगी।जांच के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
The Committee of Administrators lifts the suspension on Hardik Pandya and KL Rahul; probe pending. pic.twitter.com/t1cD2P4tGY
— ANI (@ANI) January 24, 2019
CoA: The matter and decision has been taken with the concurrence of Amicus Curiae, P.S. Narasimha. In view of the above, the suspension orders dated 11.01.2019 is immediately lifted pending appointment and adjudication of the allegations by the BCCI Ombudsman https://t.co/24ydnzzJn7
— ANI (@ANI) January 24, 2019
देरी की वजह से लिया गया यह फैसला!
सुप्रीम कोर्ट में इस मसले पर 25 जनवरी को सुनवाई हो सकती है लेकिन अब यह सुनवाई पांच फरवरी को होग। यानी तबतक यह मामला लटका रहा सकता ह। ऐसे में यह फैसला लिया गया कि जांच होने तक दोनों खिलाड़ियों के ऊपर से निलंबन हटा लिया जाए।
दोनों की वापसी में हो रही थी देरी: हार्दिक पांड्या और केएल राहुल की टीम इंडिया में वापसी के फैसले पर और विलंब होता चला जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई एक सप्ताह बाद करेगा। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई को इस बिनाह पर टाल दिया क्योंकि वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल सुब्रहमण्यम ने मामले में न्यायमित्र बनने के लिए दी गई सहमति वापिस ले ली थी इसके बाद अदालत ने वरिष्ठ अधिवक्ता पी एस नरसिम्हा को मामले में न्यायमित्र की जिम्मेदारी दी है।
यह भी पढ़ें- राहुल द्रविड़ के इस बयान से हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल को मिल सकती है 'बड़ी राहत'
क्या था विवाद: दरअसल, पांड्या ने शो के दौरान अपनी महिला मित्रों से नाइट क्लबों में मिलने और 'बातचीत' के बारे में बताया था। पांड्या ने बताया था कि व उनसे बातचीत की बजाय उन्हें 'देखने' पर ज्यादा फोकस कर रहे थे। पांड्या ने इस बारे में भी बात की, कि कैसे उनका परिवार उनकी यौन गतिविधियों को 'सहज' तौर पर लेते हैं। इस बयान के बाद विवादों का तूफान आ गया जो अबतक जारी है