इस्लामाबाद। चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में भारत को हराकर अपना पहला खिताब जीतने वाली पाकिस्तानी टीम पर जमकर धनवर्षा हो रही है। न केवल विजेता टीम के खिलाड़ी मालामाल हुए हैं बल्कि टीम से जुड़े अन्य सदस्यों पर भी खूब पैसे लुटाए गए हैं।
अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) विवाद में फंसता नजर आ रहा है। जी हां, दरअसल चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद पीसीबी ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक को 1 करोड़ रुपये का ईनाम देने की घोषणा की थी। ये बात पाकिस्तान के पूर्व मुख्य चयनकर्ता इकबाल कासिम को खराब लगी। उन्होंने इसके लिए पीसीबी को शिकायत भरे लहजे में खरी खोंटी सुनाई है।
उन्होंने पीसीबी पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये सरासर अन्य सपोर्टिंग स्टाफ के साथ भेदभाव है। पीटीआई से बातचीत के दौरान कासिम ने कहा, "मुख्य चयनकर्ता को इतनी ज्यादा रकम देने का कोई मतलब नहीं है। मुख्य कोच और सपोर्टिंग स्टाफ को 50 लाख रुपये (प्रत्येक) मिले हैं, तो फिर चयनकर्ता को इतनी बड़ी रकम क्यों। साथ ही अन्य चयनकर्ताओं और मुख्य चयनकर्ता में इनता भेदभाव क्यों।"
आपको बता दें कि पाकिस्तान टीम चयन समिति में इंजमाम उल हक के अलावा तौसीफ अहमद, वसीम हैदर, वजहतुल्लाह वस्ती शामिल हैं। खबरों के मुताबिक अन्य चयनकर्ताओं को सिर्फ 10 लाख रुपये का ईनाम दिय गया था। गौरतलब है कि कासिम के अलावा पाक टीम के पूर्व मुख्य कोच और चयनकर्ता मोहसीन खान भी पीसीबी पर भड़के हुए हैं। उनका कहना है कि जब इंजमाम टीम के साथ गए नहीं और उनकी भूमिका इतनी भी बड़ी नहीं तो ऐसे में उन्हें इतनी बड़ी रकम क्यों दी गई?