नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोनावायरस के कहर के चलते अबतक करीब 7 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो गये हैं। वहीं पाकिस्तान में भी इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस महामारी से पाकिस्तान में अब तक 1597 लोग संक्रमित हो चुके हैं ऐसे में लॉकडाउन का ऐलान भी कर दिया गया है। हालांकि डॉक्टर्स और नर्स इस बीमारी से लड़ने के लिये लगातार काम कर रहे हैं।
पाकिस्तानी क्रिकेटर्स शोएब अख्तर, वसीम अकरम समेत कई खिलाड़ी इन लोगों के हौंसले को सलाम कर चुके हैं, लेकिन ऐसा मालूम होता है कि पाकिस्तान की सरकार को यह नाकाफी लगता है और इस बीमारी से जूझ रहे डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिये न तो पुख्ता इंतजाम किये गये हैं और न ही उन्हें सैलरी मिल रही है।
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यह दावा है पाकिस्तान की अंडर 19 टीम के लिये खेल चुके क्रिकेटर अली जरयाब का, जिन्होंने एक ट्विटर पोस्ट के जरिये अपनी डॉक्टर बहन की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। अली की बहन कराची के अब्बासी शहीद अस्पताल में डॉक्टर हैं।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा,'मेरी बहन अब्बासी शहीद अस्पताल कराची में डॉक्टर हैं और बिना किसी सेफ्टी के 36 घंटे लगातार अपनी ड्यूटी कर रही हैं। पिछले 3 माह से उन्हें सैलरी भी नहीं दी गई है, मेरी बहन ने खुद से ही अपने लिए सेफ्टी किट का इंतजाम किया है।'
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पाकिस्तान सरकार की लापरवाही को लेकर इस खिलाड़ी की ओर से किया गया यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और फैन्स सरकार को ट्रोल करने में लग गये हैं, साथ ही उनसे अपना फर्ज निभाने की बात कह रहे हैं।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम, शोएब अख्तर समेत कई खिलाड़ियों ने मेडिकल स्टाफ के सम्मान में छत पर सफेद झंडा फहराया और इन लोगों को देश का सच्चा हीरो बताया था। हालांकि अली जरयाब की इस पोस्ट ने पाकिस्तान सरकार की पोल खोल दी।
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आपको बता दें कि अली जरयाब ने अब तक पाकिस्तान के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण नहीं किया है। वह अब तक 8 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिसमें उनके नाम 338 रन दर्ज है।