मांकड़ नहीं करने के चलते हार गया था वेस्टइंडीज
1987 में खेले गये मैच के दौरान कर्टनी वॉल्श की अंतिम गेंद पर नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर भागकर कर्टनी वॉल्श ने सलीम जाफर को रन आउट नहीं किया था।
कर्टनी वॉल्श के इस जेस्चर का मतलब यह हुआ कि वेस्टइंडीज पहली बार वर्ल्ड कप सेमी फाइनल में नहीं पहुंच पाया। वेस्टइंडीज लीग में 6 में से केवल तीन ही मैच जीत पाया। ज्यादा रन रेट के चलते पाकिस्तान की टीम ने 5 मैच जीतकर अंतिम 4 में पहुंच गया।
वॉल्श के पास था रन आउट का मौका
1987 विश्व कप के लिये दोनों टीमों का यह नौवां मैच था, लेकिन वॉल्श ने जाफर को रन आउट ना करके जीत का मौका गंवा दिया। वॉल्श अपनी अंतिम गेंद अब्दुल कादिर को फेंकने जा रहे थे, जिन्होंने 2 गेंद पहले ही कादिर एक छक्का लगाया था। अंतिम गेंद पर पाकिस्तान को जीत के लिए दो रन चाहिए थे। गेंद फेंकने से पहले ही सलीम जाफर क्रीज से काफी आगे निकल गए थे, लेकिन वॉल्श ने उन्हें रन आउट नहीं किया सिर्फ चेतावनी दी।
आखिरी 2 गेंद पर जीता था पाकिस्तान
पाकिस्तान ने अंतिम गेंद पर दो रन बनाकर मैच जीत लिया। वेस्टइंडीज ने पहले खेलते हुए विवियन रिचर्ड्स के 51 और डेब्यू कर रहे फिल सिमंस के 50 रनों की बदौलत 216 रन बनाए। पाकिस्तान को अंतिम ओवर में जीत के लिए 14 रन बनाने थे। रिचर्ड ने गेंद वाल्श को सौंप दी। पहली तीन गेंदों पर 10 रन बने। आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को दो रनों की दरकार थी। वाल्श ने उस मैच में 40 रन देकर 4 विकेट लिए। वाल्श ने वनडे में 227 और टेस्ट में 519 विकेट लेकर उसी मैच में अपने करियर का अंत किया।