दिग्गजों के दान के बीच अमीर भारतीयों पर सवाल
अब बांग्लादेश के क्रिकेटर्स ने अपने महीने का आधा वेतन कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रही सरकरा के फंड में दान करने का फैसला किया है जो इन क्रिकेटर्स की तुलनात्मक रूप से कमाई को देखते हुए काबिलेतारीफ बात है।
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रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश के जिन 27 खिलाड़ियों ने अपने आधे महीने का वेतन दान करने करने का फैसला किया है इनमें 17 क्रिकेटरों का बोर्ड से सालाना करार है। खिलाड़ियों की तरफ से जारी संयुक्त बयान में कहा गया, "पूरा विश्व कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है और बांग्लादेश भी इसकी चपेट में आ गया है। हम क्रिकेटर लोगों से महामारी को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर जरूरी कदम उठाने के लिए जागरूकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
27 बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने किया दान-
लेकिन देश-विदेश से की जा रही दान की घोषणा के बीच भारतीय क्रिकेटरों की मानसिकता पर बड़े सवाल खड़े होने लगे हैं। ये वो क्रिकेटर्स हैं जो दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करते हैं जिनके कई बिजनेस जोरों-शोरों से चलते हैं। ये ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक अलग ही दुनिया की जिंदगी जीते हैं।
चाहे विराट कोहली हो, महेंद्र सिंह धोनी हो, रोहित, धोनी आदि जैसे क्रिकेटर्स इस मामले पर मात्र चुप्पी साधने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। इन क्रिकेटर्स की ओर से जो एक चीज बार बार दिखाई जा रही है वह है सोशल मीडियो पर अति सक्रियता जिसमें ये लोग देश वासियों से कोरोना से बचने की अपील करते हुए दिखाए देते हैं। विराट कोहली तो अपनी पत्नी के साथ एक सप्ताह में दो बार वीडियो बना चुके हैं जिसमें बड़ी बड़ी बातें की गई हैं।
अरबपति हैं भारतीय क्रिकेटर्स-
वहीं चहल और धवन जैसे खिलाड़ी सिवाई मस्ती के सोशल मीडिया पर और कुछ नहीं कर रहे। ऐसे में जब देश में तीन हफ्ते का लॉकडाउन कर दिया है और देश के रोज कमाने वाले गरीब इंसान की मुसीबतें बढ़ गई हैं, ऊपर से सरकारी मेडिकल प्रणाली पर जबरदस्त दबाव पड़ने जा रहा है, तब हमारे ये अरबपति क्रिकेटर्स अपने अकूत खजाने का छोटा अंश भी देश के नाम पर खोलने से कतरा रहे हैं।
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भारतीय केवल संदेश का दान कर रहे हैं-
हालांकि बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने 50 लाख रुपए के चावल बटवाने के लिए दान देने की घोषणा की है लेकिन अभी तक भारतीय क्रिकेटर्स की ओर से कोई सामूहिक आर्थिक मदद का ऐलान नहीं किया गया है। अब दुनिया में खेल हस्तियों की देखा-देखी निश्चित तौर पर आने वाले टाइम में ये स्टार क्रिकेटर्स भी अपने घरों से जल्द ही मदद का ऐलान करेंगे, ऐसा होने की प्रबल संभावना है लेकिन एक बार फिर से उन्होंने अपने बड़ा दिल दिखाने के अवसर का नेतृत्व करने का मौका तब खो दिया जब देश को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
केवल सोशल मीडिया पर संवेदनशीलता दिखाकर पूर्ति-
फिलहाल तो यही लगता है हर भारतीय क्रिकेट सबसे ज्यादा आईपीएल के होने से अधिक प्रभावित है जिसमें खेलकर ये करोड़ो की कमाई चंद महीनों में कर लेते हैं।
खैर बांग्लादेशी क्रिकेटर्स की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कर काटने के बाद दान की राशि करीब 25 लाख टका बैठती है। जो इस बड़ी लड़ाई में ऊंट के मुंह में जीरा के समान हैं लेकिन असली बात यहां मकसद की है जिसमें बांग्लादेशी क्रिकेटर्स ने भारतीय समकक्षों को मात दे दी है।