नई दिल्ली। पिछले काफी समय से क्रिकेट में फिक्सिंग का साया मंडराया हुआ है। इस बीच कई बार पिच से लेकर खिलाड़ियों को अप्रोच करने तक की खबरें आ चुकी हैं। यहां तक कि आईसीसी के चीफ एग्जिक्यूटिव डेविड रिचर्डसन तक का मानना है कि तेजी से दुनिया भर में टी-20 लीग का बढ़ना क्रिकेट में फिक्सिंग की मुख्य वजह है। इन क्रिकेट लीग में फिक्सिंग की काफी ज्यादा संभावना है। लंदन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जो लोग मैच फिक्सिंग व स्पॉट फिक्सिंग जैसी चीजों में शामिल होना चाहते हैं इस प्रकार की लीग उन्हें अतिरिक्त मौके देती हैं।"
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा कि वह स्टिंग आपरेशन के जरिये टेस्ट मैचों में 'स्पाट फिंक्सिंग' और 'पिच फिक्सिंग' का दावा करने वाले चैनल के प्रतिनिधियों से मिलेंगे और स्पष्ट किया कि इन आरोपों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
आपको बता दें कि कतर स्थित अल जजीरा चैनल ने दावा किया कि भारत, श्रीलंका, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से जुड़े मैचों के दौरान मैच फिक्सरों के कहने पर पिच के साथ छेड़छाड़ की गयी थी। जिन मैचों पर सवाल उठाया गया है उनमें भारत बनाम श्रीलंका (गॉल, 26 से 29 जुलाई 2017), भारत बनाम आस्ट्रेलिया (रांची, 16 से 20 मार्च, 2017) और भारत बनाम इंग्लैंड (चेन्नई, 16 से 20 दिसंबर 2016) शामिल हैं।
डेविड रिचर्डसन ने कहा, "हमें इस बात को सुनिनिश्चत करना होगा कि टीवी पर आने वाले टी-20 डोमेस्टिक टूर्नामेंट पर मिनिमम स्तर पर नजर रखी जाए। क्रिकेट को फिक्सिंग से दूर रखने के लिए हमें प्लेयर्स और फ्रेचाइजी मालिकों पर नजर रखने की जरूरत है।" डेविड रिचर्डसन ने वादा किया कि वो अल जजीरा चैनल से जुड़े स्टिंग मामले की गहराई तक जांच करेंगे।
'द इंडिपेंडेंट' की खबर के अनुसार रिचर्डसन ने कहा, ''जब भी लोग क्रिकेट में फिक्सिंग की बात करते हैं तो मुझे चिंता होती है। मैं ऐसे आरोपों से थोड़ा परेशान हो जाता हूं कि हम इसे नजरअंदाज करने की कोशिश करेंगे या ऐसा अहसास दिलाएंगे जैसा कि कुछ हुआ ही नहीं हो।''