लॉर्ड्स टेस्ट: पीटरसन का दोहरा शतक, इंग्लैंड मजबूत स्थिति में
By Super
oi-Staff
लॉर्ड्स। लॉर्ड्स में खेले जा रहा 2000वां टेस्ट मैच इंग्लिश बल्लेबाज केविन पीटरसन के दोहरे शतक का गवाह बन गया। पीटरसन ने जहीर की गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली और शानदार दोहरा शतक नाबाद 202 रन की पारी खेली। उनकी इस मैराथन पारी की मदद से इंग्लैंड ने मैच के दूसरे दिन अपनी पारी 8 विकेट पर 474 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की। भारत की तरफ से प्रवीण कुमार ने अपने करियर में पहली बार 5 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने अपनी पहली पारी में बिना किसी नुकसान के 19 रन बना लिए थे। उस समय गौतम गंभीर 7 रन बनाकर और मुकुंद 8 रन बनाकर खेल रहे थे।
इंग्लैंड ने अपने पहले दिन के स्कोर 1 विकेट पर 127 रन से आगे खेलना शुरू किया। प्रवीण कुमार ने ट्रॉट को पगबधा आउट कर भारत को शुरुआती सफलता दिलाई। ट्रॉट ने 70 रन बनाए। इसके बाद केविन पीटरसन और इयान बेल ने चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 270 रन तक पहुंचाया। इसी दौरान पीटरसन ने अपना शतक पूरा किया। इसके बाद प्रवीण कुमार ने नई गेंद से इयान बेल और मॉर्गन को आउट करके मैच में भारत की वापसी कराने की कोशिश की। लेकिन पीटरसन और विकेटकीपर बल्लेबाज मैट प्रायर ने छठे विकेट के लिए 120 रन जोड़कर इंग्लैंड का स्कोर 400 के पास पहुंचाया।
हाल ही में अपने करियर के 400 विकेट पूरे करने वाले अनुभवी गेंदबाज हरभजन सिंह बिल्कुल बेअसर नजर आए। उन्हें पारी में एक भी विकेट नहीं हासिल हुआ और उन्होंने 150 रन लुटा दिए। धोनी ने भी मैच के दौरान गेंदबाजी की और पीटरसन को खासा परेशान किया। उनके दूसरे ही ओवर की पहली गेंद पर अंपायर ने पीटरसन को विकेट के पीछे आउट करार दे दिया था लेकिन वे रिव्यू सिस्टम से बच गए। धोनी ने टेस्ट मैच में पहली बार गेंदबाजी की और इस दौरान उन्होंने 8 ओवर की गेंदबाजी की और 23 रन दिए लेकिन उन्हें कोई विकेट हासिल नहीं हुआ।
इंग्लैंड ने अपने 300 रन बनाने में 100 से अधिक ओवर खेले। इसके बाद इंग्लैंड ने तेज बल्लेबाजी करते हुए अगले 30 ओवरो में ही लगभग 175 रन जुटा लिए। पीटरसन और प्रायर ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और 28 ओवरों में ही 120 रन जोड़ डाले। प्रायर ने पीटरसन की गेंद पर आउट होने से पहले मात्र 93 गेंदों में 71 रन बनाए इस दौरान प्रायर ने 7 बार गेंद को सीमारेखा के बाहर भेजा। प्रायर के आउट होने के बाद पीटरसन ने ग्रीम स्वान के साथ मिलकर आक्रमण जारी रखा और आठवें विकेट के लिए 10 ओवरों में 60 रन जोड़े। इस दौरान पीटरसन ने अपने करियर का दूसरा दोहरा शतक पूरा किया। इसके बाद इंग्लैंड ने अपनी पारी 474 रनों पर घोषित कर दी।
भारत की तरफ से प्रवीण कुमार को छोड़कर कोई भी गेंदबाज इंग्लिश बल्लेबाजों पर प्रभाव नहीं छोड़ सका। प्रवीण कुमार ने 40 ओवरों में 106 रन देकर अपने करियर में पहली बार 5 विकेट हासिल करने का कारनामा किया। मैच के पहले दिन जहीर खान ने 2 विकेट लिए थे। मैच के दूसरे दिन चोटिल होने की वजह से वे गेंदबाजी करने नहीं उतर सके थे। इसके अलावा सुरेश रैना को भी एक विकेट मिला। ईशांत शर्मा और हरभजन सिंह कोई भी विकेट हासिल नहीं कर सके। इतने बड़े लक्ष्य का भारतीय बल्लेबाजी पर दबाव जरूर पड़ेगा। अब भारत को संभलकर बल्लेबाजी करनी होगी। इसके अलावा सचिन से भी उम्मीद होगी कि वे इस मैच में अपने करियर का सौंवां शतक पूरा करें।