कोरोना ब्रेक के चलते डिप्रेशन में थे करन
करन के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन माना जा रहा है कि वो अपने करियर को लेकर काफी डिप्रेशन में थे, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली। कोरोना वायरस के चलते सभी खिलाड़ियों के करियर में मानों ब्रेक लग गया था और इसी ब्रेक ने करन को भी डिप्रेशन में डाल दिया था। परिवार के अनुसार करन के बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद था। रात 10:30 बजे दरवाजा नहीं खुलने पर परिजनों ने बल के प्रयोग से दरवाजे को खुलनाने का काम किया तो करन के शव को सीलिंग फैन से लटका पाया।
पुलिस के अनुसार करन तिवारी ने गोकुलधाम कोनु कंपाउंड में सुसाइड कर लिया है और उसने एक्सिडेंटल डेथ रिपोर्ट (Accidental Death Report) दर्ज कर ली है और मामले की जांच में लग गई है।
आईपीएल में नहीं चुने जाने से थे निराश
पुलिस के अनुसार करन अपने करियर की अनिश्चितताओं से काफी परेशान थे। वह इस बात से दुखी थे कि उन्हें अपना टैलेंट दिखा पाने का मौका नहीं मिल पा रही है। खासतौर से जब उन्हें 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले आइपीएल में खेलने के लिये नहीं चुना गया तो वह काफी उदास हो गये थे, जिसके बाद कोरोना ब्रेक ने उन्हें डिप्रेशन में पहुंचा दिया।
उनके एक दोस्त ने पुलिस को बताया, 'वह राज्य टीम में चुने जाने की उम्मीद कर रहा था। वह लगातार इसके लिए कोशिश कर रहा था। वह अपने बोलिग और बैटिंग के वीडियोज भी Whatsapp स्टेटस पर अपलोड करता रहता था। उसका यह कदम उठाना हैरान करने वाला है।'
सुसाइड से पहले बेस्ट फ्रेंड को किया था फोन
गौरतलब है कि करन ने आत्महत्या करने से पहले उदयपुर में रहने वाले अपने बेस्ट फ्रेंड को फोन करके सुसाइड के बारे में बताया था कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। इस बारे में सुनते ही दोस्त ने करन की सगी बहन को फोन करके सूचना दी, जो मुंबई में ही रहती हैं। करन की बहन ने मां को बताया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। करन को अस्पताल में मृत घोषित किया गया।
आपको बता दें कि आईपीएल में केवल वही खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं, जिन्होंने किसी भी आयु वर्ग में राज्य की टीम का प्रतिनिधित्व किया है। करन इस नियम पर खरा नहीं उतरते थे। करन सीनियर टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन्होंने काफी बार कोशिश की, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। एक्टर जीतू वर्मा करन के करीबी दोस्त थे और उन्होंने बताया कि करन काफी समय से संघर्ष कर रहा था।