नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई लोग अपनी सख्त जीवन-शैली और बेपरवाह मिजाज के कारण जाने जाते है। कंगारूओं की इस संस्कृति की झलक उनके खेल में भी यदा-कदा मिलती रहती है। कंगारू लोग जिंदगी के टफ तौर-तरीको के चलते अपने प्रतिद्वंदियों या विरोधियों को हतोत्साहित करने का भी उतना ही सख्त रवैया अपनाते हैं। बात चाहे फिर खेल के मैदान की हो या फिर मैदान से सटकर दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों की। ये लोग कई बार प्रतिद्वंदियों को कमजोर करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं। कंगारू क्रिकेट में स्लेजिंग इसलिए भी इतनी प्रचलन में रही है।
आपको बता दें कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी टेस्ट सीरीज में यही काम कर रहे हैं कंगारू दर्शक। ये दर्शक भारतीय टीम और भारतीय समर्थकों पर छींटाकशी करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसके अलावा मैदान पर भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के बीच भी हल्की फुल्की नोंकझोंक जारी रही है। लेकिन कंगारू दर्शकों की टिप्पणियां कहीं ज्यादा तीखी और गैर अनुचित रही हैं। एक तरफ जहां भारतीय टीम ने कंगारू खिलाड़ियों की हर टिप्पणी का जवाब मैदान में उसी भाषा में दिया है तो वहीं ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के व्यवहार पर भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक विनम्र रवैया ही अपनाया हुआ है।
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भारतीय कप्तान कोहली को एडिलेड के बाद सिडनी में भी दर्शकों ने निशाना बनाते हुए जब फब्तियां कसी तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलियां भी सकते में आ गया है। सीए के सीईओ केविन रॉबर्ट्स ने साफ कहा है कि उनको ये सब ठीक नहीं लगा है। उन्होंने फैंस से यह भी अपील की है कि दर्शकों को भारतीय टीम के प्रति आदर दिखाना चाहिए। सीईओ ने कहा, 'खेल सबसे बड़ा है और हमको यहां दौरा करने वाली टीमों की इज्जत करने की जरूरत है।' बता दें कि इस दौरे पर कोहली को वैंकर जैसी छींटाकशी करने के साथ भी भारतीय टीम को अपना वीजा दिखाने की बार बार हूटिंग की गई थी।