नई दिल्ली: 14 जून को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर क्रिकेट को नया विश्व कप चैंपियन मिल जाएगा। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच विश्व कप 2019 का फाइनल मुकाबला हो रहा है। इस मैच में जो भी टीम जीतेगी यह उसका पहला विश्व कप खिताब होगा। क्रिकेट के जन्मदाता देश इंग्लैंड का मौहाल इस समय पूरी तरह से क्रिकेटमय हो चुका है। इंग्लैंड को ही फाइनल में फेवरेट भी बताया जा रहा है। इस मैच में इंग्लैंड उसी टीम संयोजन के साथ खेलने उतरा है जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में खेला था। हालांकि टॉस इंग्लिश टीम के पक्ष में नहीं गया है लेकिन इसी टॉस हारने ने इंग्लैंड को एक ऐसा आंकड़ा दे दिया है जो इस बड़े मुकाबले में इंग्लैंड का आत्मविश्वास दोगुना कर सकता है।
बता दें कि यह लॉर्ड्स पर पांचवा विश्व कप फाइनल मैच हो रहा है और क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले इस महान मैदान का टॉस को लेकर इतिहास भी अनूठा रहा है। दरअसल विश्व कप में अब तक जितने भी फाइनल मुकाबले लॉर्ड्स पर हुए हैं उनमें टॉस हारने वाली टीम को ही जीत हासिल हुई है। 1975 और 79 में वेस्टइंडीज की टीम ने खिताबी मुकाबला जीता है। जबकि 1983 के फाइनल में भारत का मुकाबला वेस्टइंडीज के साथ हुआ था और कपिल देव यहां टॉस हार गए थे। इसके बाद भारत ने भी वह मैच जीतकर पहली बार विश्व चैंपियन बनने का तमगा हासिल किया।
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जबकि 1999 में भी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस हारा लेकिन वह पाकिस्तान को हराकर एक बार फिर से विश्व चैंपियन बना। अब इंग्लैंड की टीम ने 2019 विश्व कप का टॉस भी लॉर्ड्स में हारा है ऐसे में इतिहास अगर खुद को दोहराने की प्रवृत्ति पर आगे बढ़ रहा है तो इंग्लैंड अपना विश्व कप उठा लेगा। आपको बता दें कि इंग्लैंड-न्यूजीलैंड दोनों की शुरुआत अभी तक अच्छी हुई है। खबर लिखे जाने तक 15 ओवर का खेल हो चुका था और न्यूजीलैंड ने मार्टिन गुप्टिल का विकेट खोकर 63 रन बना लिए थे।