पीसीबी की सफाई, जवाब देने को बाध्य नहीं बोर्ड
दानिश कनेरिया के हिंदू होने के चलते टीम में भेदभाव के आरोपों पर पीसीब के प्रवक्ता ने कहा,' शोएब अख्तर और दानिश कनेरिया दोनों ही पाकिस्तान क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। दोनों ही खिलाड़ी अब बोर्ड के साथ अनुबंधित नहीं है इसलिए वो जो जो चाहे कर सकते हैं और कह सकते हैं।'
दानिश कनेरिया मामले पर साथी खिलाड़ी दें जवाब
पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों ने जो विचार दिये हैं वह कुछ खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर है न कि पूरी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की व्यवस्था पर हैं। ऐसे में उनके साथी खिलाड़ियों को जवाब देना चाहिये।
उन्होंने कहा, ‘जब दानिश कनेरिया खेल रहे थे तब टीम में उनके साथ इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ जैसे खिलाड़ी कप्तानी कर रहे थे। ऐसे में शोएब अख्तर और दानिश कनेरिया जो भी आरोप लगाये हैं इस पर उन लोगों को जवाब देना चाहिए न कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को।'
मोहसिन खान ने किया शोएब अख्तर का समर्थन
गौरतलब है कि इस पूर्व खिलाड़ी के साथ टीम में हुए भेदभाव के मुद्दे पर पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इकबाल कासिम और मोहसिन खान का समर्थन मिला है।
पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा, ‘एक खिलाड़ी को उसकी प्रतिभा के दम पर आंकना चाहिये न कि उसके धर्म, रंग या जाति के आधार पर भेदभाव कर पीड़ित करना चाहिये।'
उल्लेखनीय है कि शोएब अख्तर ने एक स्पोर्टस शो में बात करते हुए दावा किया था कि हिंदू होने के कारण उनके पूर्व साथी खिलाड़ी दानिश कनेरिया को भेदभाव का सामना करना पड़ता था। इस वजह से उसे वह जरूरी सम्मान नहीं मिल पाया जिसका वो हकदार था।
आखिर क्या है पूरा मामला
शोएब अख्तर ने उस बयान से क्रिकेट महकमे में सनसनी पैदा कर दी जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान टीम के कुछ खिलाड़ी दानिश कनेरिया के साथ इसलिये खाना नहीं खाते थे क्योंकि वह हिंदू था।
शोएब अख्तर के इस बयान के बाद दानिश कनेरिया भी खुलकर सामने आ गये और अख्तर के बयान पर सहमति जताते हुए कहा कि वह जल्द ही उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करेंगे जिन्होंने उनके धर्म के कारण उनके साथ गलत व्यवहार किया। आपको बता दें कि दानिश कनेरिया साल 2012 से स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाये जाने के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहा है।