नई दिल्ली। डेविड वाॅर्नर ने भारत के खिलाफ धुंआधार शतक लगाकर आस्ट्रेलिया को जीत दिलाते हुए चारों तरफ सुर्खियां बटोर ली हैं। यही वही दिग्गज खिलाड़ी है जो बाॅल टेंपरिंग केस में आरोपी साबित होकर एक साल तक मैदान से बाहर रहा। लेकिन अब वाॅर्नर बदल चुके हैं। उनमें खेलने का जुनून चार गुना बढ़ गया है। वाॅर्नर ने मुंबई के वानखेड़े में हुए तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मैच में नाबाद 128 रनों की पारी खेली जो 112 गेंदों में आई। उनकी पारी में 17 चाैके व 3 छक्के रहे जिसकी बदाैलत उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' अवाॅर्ड से नवाजा गया। मैच के बाद वाॅर्नर ने अपनी विस्फोटक पारी का राज खोलते हुए खुलासा किया उनमें रन बनाने की भूख बढ़ गई है जिस कारण वह बल्ले से इतने ज्यादा रन बना रहे हैं।
वाॅर्नर ने कहा, "एक साल के प्रतिबंध के बाद अगर कुछ भी बदला है तो मुझे लगता है कि मुझे हमेशा रन बनाने और टीम को अच्छी शुरुआत देने की भूख है। हमारे गेंदबाजों की ओर से शानदार प्रयास था। भारत को उन्हीं के मैदान पर सिर्फ 254 रनों पर समेटना अविश्वसनीय था और फिर मैच खत्म करना जैसे हमने किया।'' वाॅर्नर ने आरोन फिंच के साथ मिलकर बिना विकेट गंवाए टीम को जीत दिलाई। फिंच ने नाबाद 108 रन बनाए। दोनों के बीच 258 रनों की साझेदारी हुई।
कोहली को हुआ गलती का अहसास, शर्मनाक हार के बाद दिया बड़ा बयान
इसको लेकर वाॅर्नर ने कहा, ''फिंच ने वास्तव में अच्छी शुरुआत की, मुझे अपना समय निकालने की अनुमति दी। हमारे बीच बीच के ओवरों के दौरान स्ट्राइक रोटेट करने की बात हुई थी। हम टिके रहे और मैच को नजदीक ले गए। हमें पता था कि अगर हम अंत तक क्रीज पर रहे तो आसानी से मैच समाप्त कर सकते हैं। मैं बहुत सारी ट्रेनिंग करता हूं, मुझे फील्डिंग करना बहुत पसंद है। एक बच्चे के रूप में, मुझे फील्ड से प्यार था। मैं खेल के उस हिस्से का आनंद लेता हूं, मुझे अपनी फिटनेस पर 100 प्रतिशत काम करना पसंद है।''
बता दें कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 256 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में कंगारूओं ने महज 37.4 ओवर में बिना विकेट गंवाए मैच अपने नाम कर लिया। अब अगला मैच 17 जनवरी को राजकोट के साैराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में होगा।