चाहर-धोनी से हुई बड़ी गलती
दरअसल मैच की दूसरी ही गेंद पर दिल्ली के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ दीपक चाहर की गेंद पर कैच आउट हो गये थे लेकिन न तो गेंदबाज दीपक चाहर ने और न ही कप्तान एमएस धोनी ने कोई अपील की जिसके चलते पृथ्वी शॉ क्रीज पर ही खड़े रहे और उन्हें मिला यह जीवनदान सीएसके को काफी महंगा पड़ गया। उल्लेखनीय है कि जब चाहर ने गेंद फेंकी तो उनकी बॉल शॉ के बल्ले का किनारा लेकर धोनी के ग्लव्स में गई थी लेकिन इसको लेकर कोई आवाज नहीं आई थी।
स्नीकोमीटर में दिखा बल्ले का किनारा
आवाज न सुन पाने के चलते दोनों में से किसी ने भी अपील नहीं की, बाद में जब टीवी अंपायर ने रिप्ले में स्नीकोमीटर से देखा तो गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर निकल रही थी। गौरतलब है कि पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर पृथ्वी शॉ ने जबरदस्त ड्राइव लगाने की कोशिश लेकिन गेंद थोड़ा अंदर की तरफ घूमी और उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर धोनी के हाथों में चली गई। न तो धोनी को और न ही चाहर को गेंद के बल्ले को छूकर जाने का पता चला जिसके चलते किसी ने भी अपील नहीं की।
आपको बता दें कि क्रिकेट के खेल में कप्तान धोनी से इस तरह की गलती होते हुए देखने को बेहद कम मिलती है, ज्यादातर मौकों पर धोनी की अपील के सामने अंपायरों को गलत पाया गया है लेकिन शुक्रवार को हुई इस गलती ने सीएसके से इस मैच को छीन लिया।
पावरप्ले में बेहद खराब रहा है पृथ्वी शॉ का रिकॉर्ड
आपको बता दें कि तेज गेंदबाज दीपक चाहर के खिलाफ पृथ्वी शॉ का रिकॉर्ड काफी खराब हैं और पिछले 12 मैचों में वो एक बार भी पावरप्ले को पूरा नहीं खेल सके थे, लेकिन आज के मैच में घोनी-चाहर की इस गलती ने उनके इस रिकॉर्ड को और लंबा होने से रोक दिया। इस जीवनदान के चलते पृथ्वी शॉ ने पहले विकेट के लिये 94 रनों की साझेदारी की और इस सीजन का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।