एल्गर ने कराई दक्षिण अफ्रीका की वापसी-
भारत ने कुल मिलाकर पहली पारी में 502 रन 7 विकेट खोकर बनाए। जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत वैसी ही हुई जैसी उम्मीद थी। अश्विन-जडेजा की जोड़ी ने उनको दूसरे दिन के अंत तक तीन झटके जल्दी दे दिए थे। झटकों का यह सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा लेकिन इसी बीच डीन एल्गर ने एक ऐसी पारी खेली जो शायद उनके करियर की अब तक की बेस्ट टेस्ट पारी है। ओपनिंग बल्लेबाज एल्गर ने मुश्किल समय में 287 गेंदों पर 160 रनों की पारी खेल दी जिसके चलते दक्षिण अफ्रीका इस टेस्ट में अपनी सम्मानजनक वापसी कर पाया है। एल्गर का साथ डु प्लेसिस (55) और निचले क्रम पर डि कॉक (101) ने बखूबी निभाया।
'डबल डक' से अब तक का सफर-
मजेदार बात यह है कि एल्गर के टेस्ट करियर की शुरुआत दो डबल डक के साथ हुई थी। डबल डक यानी की टेस्ट मैच की दोनों पारियों में जीरो रन और तब से लेकर अब तक ये बल्लेबाज 12 टेस्ट शतक बना चुका है। ये कोई साधारण उपलब्धि नहीं है क्योंकि ऐसे बल्लेबाजों की लिस्ट में एल्गर का नाम काफी ऊपर आता है जिन्होंने डबल डक के बाद सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बनाए हैं। इस लिस्ट में इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज ग्राहम गूच पहले स्थान पर हैं जिन्होंने टेस्ट मैच की शुरुआत तो डबल जीरो से की थी लेकिन बाद में उनका करियर जब खत्म हुआ तब उनके नाम 20 टेस्ट शतक थे।
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'डबल डक' के बाद सर्वाधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज-
श्रीलंका के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज मर्वन अटापट्टू इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में जीरो रन बनाए थे जबकि दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भी वे जीरो पर आउट हुए थे और अगली पारी में एक रन बनाया। यहां तक की तीसरे टेस्ट में संघर्ष करते रहे। लेकिन उन्होंने अपना करियर 16 टेस्ट शतकों के साथ समाप्त किया। एल्गर का नाम इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। ऐसे में उनके पास गूच का भी रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है क्योंकि वे अभी 32 साल के हैं। इस लिस्ट में चौथे नंबर पर पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज सईद अनवर का नाम है जिन्होंने कुल 11 टेस्ट शतक बनाए। लिस्ट में अन्य बल्लेबाज इस प्रकार हैं-
केन रदरफोर्ड (3 शतक)
गुलाबराय रामचंद (2)
चमारा सिल्वा, जेम्स फ्रैंकलिन (1-1 शतक)