मैच जितवाने का था अच्छा माैका
दीपक चाहर ने कहा, ''काफी गर्मी थी, हमने गेंदबाजी के समय कुछ कैच ड्रॉप किए और उसके बाद हमने अच्छा प्रदर्शन किया और मुझे दो विकेट हासिल हुए। आखिर में हमने श्रीलंका 270 के स्कोर पर रोक दिया जो एक अच्छा स्कोर था।'' बल्लेबाजी के बारे में राज खोलते हुए चाहर ने कहा, ''जब मैं बल्लेबाजी करने के लिए निकला था तो मेरे दिमाग में केवल एक ही बात चल रही थी कि मेरा सपना था कि मैं भारत के लिए खेलूं। आज देश के लिए मैच जीतने जितवाने का एक अच्छा माैका मेरे पास था।''
द्रविड़ ने सभी गेंदें खेलने के लिए कहा था
उन्होंने आगे कहा, ''मैं जब खेलने गया था तो गेंदें ज्यादा थीं और रन कम बनाने को थे। राहुल सर ने भी मुझे सभी गेंदे खेलने के लिए कहा था। मैंने भारत ए के लिए कुछ पारियां खेली हैं और उन्हें मुझ पर विश्वास है और हमेशा मुझ पर विश्वास करते हैं और यह गेम चेंजर रहा। हमारे पास शानदार बल्लेबाजी क्रम है और उम्मीद है कि मुझे अगले मैचों में बल्लेबाजी करने का मौका मिलेगा। ऐसी स्थिति में मेरे लिए यह पहली बार है। हम गेंद दर गेंद खेल रहे थे और जब हमें जीत के लिए 50 से कम रन चाहिए थे तो मैं फिर बाउंड्री मारने का फैसला किया।''
जीत के 'हीरो' साबित हुए चाहर
श्रीलंका ने एक समय मैच अपनी ओर खींच लिया था। 193 के स्कोर पर भारत ने 7 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन तभी 8वें नंबर पर आए चाहर ने क्रीज पर पैर जमा लिए। चाहर का यह पहला अर्धशतक रहा जो हमेशा याद रहेगा। चाहर ने 7 चाैके व 1 छक्का भी जमाया। सूर्यकुमार यादव ने भी अर्धशतक लगाया। श्रीलंका ने भारत को 276 रन की चुनौती दी थी। भारत ने इस चुनौती को 49.1 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर पूरा किया और मैच जीत लिया। चाहर का साथ भुवनेश्वर कुमार ने दिया जिन्होंने नाबाद 19 रन बनाए।