सचिन ने इस मैच की जीत में अहम भूमिका निभाई और 163 रनों की बेहतरीन पारी खेली. मैच के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में धोनी ने सचिन की पारी को अदभुत कहा.
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि मैच के आख़िर में उनके गेंदबाज़ रन रोकने में विफल रहे. लेकिन उन्होंने कहा कि सचिन और युवराज ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया.
सचिन तेंदुलकर अदभुत बल्लेबाज़ हैं. जिस तरह के शॉट वे खेलते हैं, वो शानदार है. जब सचिन और युवराज खेल रहे थे, उसी समय मुझे लग गया था कि हम आसानी से 390 रन से ज़्यादा बना लेंगे महेंद्र सिंह धोनी
सचिन तेंदुलकर अदभुत बल्लेबाज़ हैं. जिस तरह के शॉट वे खेलते हैं, वो शानदार है. जब सचिन और युवराज खेल रहे थे, उसी समय मुझे लग गया था कि हम आसानी से 390 रन से ज़्यादा बना लेंगे |
धोनी ने कहा, "सचिन तेंदुलकर अदभुत बल्लेबाज़ हैं. जिस तरह के शॉट वे खेलते हैं, वो शानदार है. जब सचिन और युवराज खेल रहे थे, उसी समय मुझे लग गया था कि हम आसानी से 390 रन से ज़्यादा बना लेंगे."
कप्तान धोनी ने युवराज सिंह की भी तारीफ़ की और कहा कि जब वे फ़ॉर्म में होते हैं, तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है. युवराज ने भी 80 रनों की आक्रामक पारी खेली.
भरोसा
धोनी ने कहा कि उन्हें टीम के बल्लेबाज़ों पर बहुत भरोसा है और इसी कारण वे कभी-कभी कम गेंदबाज़ों के साथ मैच खेल लेते हैं.
युवराज सिंह ने भी धमाकेदार पारी खेली
उन्होंने कहा, "बल्लेबाज़ी हमारा मज़बूत पक्ष है. अगर हमारे पास एक कम गेंदबाज़ है और स्कोर ज़्यादा है, तो भी हम विपक्षी टीम पर दबाव बना लेते हैं."
भारत ने पाँच मैचों की सिरीज़ में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है. दूसरा मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था.
क्राइस्टचर्च वनडे में भारत ने 58 रनों से जीत तो हासिल कर ली, लेकिन कप्तान धोनी का मानना है कि टीम को इस मैच से सीख भी हासिल हुई.
धोनी का कहना था कि न्यूज़ीलैंड के आख़िरी कुछ बल्लेबाज़ जिस तरह से रन बना रहे थे, उसे रोकना होगा. इस मैच में नौवें विकेट के लिए टिम साउदी और काइल मिल्स ने 83 रनों की साझेदारी की.
इसी कारण न्यूज़ीलैंड सिर्फ़ 58 रन से पराजित हुआ अन्यथा अंतर और बड़ा हो सकता था.