आईसीसी-बीसीसीआई के बीच चली लंबी खींचतान-
इसके बाद आईसीसी ने भी स्पष्ट कर दिया था कि धोनी को उनके दस्तानों पर 'बलिदान बैज' चिह्न लगाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। आईसीसी इस बारे में बयान जारी करते हुए बताया, 'आईसीसी इवेंट के लिए बने नियम किसी को भी कोई व्यक्तिगत संदेश या 'लोगो' अपने कपड़े या सामान पर लगाने की इजाजत नहीं देते हैं।' इतना ही नहीं, आईसीसी ने यह भी साफ किया कि धोनी के दस्तानों पर बना हुआ यह 'लोगो' आईसीसी के उन नियमों का भी उल्लंघन करता है जो यह बताते हैं कि एक विकेटकीपर के दस्तानों पर क्या लगाने की इजाजत है।
विनोद राय का यू-टर्न
अब प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने खुद ही एक तरह से यू-टर्न लेते हुए साफ कह दिया है कि इस मामले में भारतीय टीम आईसीसी के नियमों का पालन करेगा। राय ने कहा, हम किसी नियम के खिलाफ नहीं जाएंगे। इस मामले में हमारा रुख बिल्कुल साफ है। हम एक खेल राष्ट्र हैं।' विनोद राय के इस बयान के बाद अब धोनी के दस्तानों को लेकर पैदा हुआ विवाद भी खत्म होता नजर आ रहा है। यह लगभग स्पष्ट हो चुका है कि धोनी आगे के विश्व कप मैचों में अपने दस्तानों पर बलिदान बैज नहीं लगाएंगे।
धोनी को मिला देश-भर से सपोर्ट
वैसे ये पहले ही माना जा रहा था कि आईसीसी के फैसले के बाद बीसीसीआई के पास अब ज्यादा विकल्प नहीं बचे हैं। विश्व कप पूरी तरह से आईसीसी के नियमों से संचालित टूर्नामेंट है। ऐसे में बीसीसीआई ज्यादा अड़ भी नहीं सकता है। आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर धोनी के पक्ष में एक माहौल जरूर बनता हुए नजर आने लगा था और विभिन्न क्षेत्रों की कुछ प्रसिद्ध हस्तियां भी धोनी के पक्ष में 'धोनी कीप्स द ग्लव्स' (धोनी गलव्स पहने रखिए) हैशटैग अभियान चलाने लगी ती। इसको लेकर विभिन्न तरह के ट्वीट्स की बाढ़ आ गई थी।
CWC19: धोनी के 'ग्लव्स विवाद' पर आईसीसी ने बीसीसीआई को दिया बड़ा झटका