अमरनाथ का कहना है कि वनडे में उन्होने बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन पहले आस्ट्रेलिया में 4-0, इंग्लैंड में 4-0, दक्षिण अफ्रीका में 1-0 और फिर न्यूजीलैंड में भी 1-0 से सीरीज हारने के बाद अब टीम को नये कप्तान की जरूरत है। इसके पहले लगातार दौरों पर टीम इंडिया को हार का सामना नहीं करना पड़ा।
अगर उपमहाद्वीप के बाहर खेले गये कुल मैचों की बात करें तो धोनी ने बतौर कप्तान 23 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से टीम इंडिया को पांच में जीत, ग्यारह में हार मिली वहीं सात टेस्ट ड्रा रहे हैं। 1983 विश्वकप में टीम इंडिया की जीत के नायक रहे अमरनाथ का कहना है कि एक अच्छा बल्लेबाज टेस्ट में नंबर सात पर बल्लेबाजी नहीं करता है, यह दिखाता है कि वह रक्षात्मक हैं। अमरनाथ के अलावा पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी न्यूजीलैंड से वनडे में मिली हार के बाद सलाह दी थी कि धोनी को ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी करना चाहिए।
अमरनाथ के वक्तव्य को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि उन्होने पहले भी एक टेस्ट कप्तान के रूप में धोनी का समर्थन नहीं किया था। बताया जाता है कि धोनी का विरोध करने के कारण ही उन्हें चयन समिति से भी हटा दिया गया था। यह भी एक सच है कि धोनी की कप्तानी में टीम ने ऐतिहासिक सफलताएं अर्जित की हैं, अत: उन पर कोई फैसला करना अभी जल्दबाजी होगा।