नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2021-22 सीजन के लिये अपने घरेलू कैलेंडर को रिलीज कर दिया है जिसमें रणजी ट्रॉफी की वापसी हुई है। हालांकि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर को बीसीसीआई का यह शेड्यूल पसंद नहीं आया है और उन्होंने इसको लेकर अपनी नाराजगी जताई है। बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट के नये सीजन की तारीखों का ऐलान किया है जिसका महिलाओं की सीनियर वनडे चैलेंजर ट्रॉफी से होगा, जिसके बाद 20 अक्टूबर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेला जायेगा। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का फाइनल मैच 12 नवंबर से खेला जायेगा।
वहीं टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई की ओर से जारी किये गये इस घरेलू क्रिकेट कैलेंडर में ईरानी कप, दिलीप ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी का आयोजन नहीं कराने को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि बीसीसीआई ने इन तीनों टूर्नामेंटस को शामिल न कर के चौंकाने वाला फैसला किया है।
उन्होंने कहा, 'घरेलू क्रिकेट कैलेंडर में ईरानी कप, दिलीप ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी को शामिल न कर के बीसीसीआई ने काफी हैरान करने वाला फैसला लिया है। बोर्ड के लिये यह अहम है कि वो घरेलू क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देते हुए और निवेश करें ताकि घरेलू स्तर पर खिलाड़ी और मजबूत हो सकें।'
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पिछले साल पहली बार रणजी ट्रॉफी का आयोजन कोरोना वायरस के चलते नहीं हो सका था, हालांकि इस साल बीसीसीआई ने इसे शेड्यूल में शामिल किया है, जिसका आगाज 16 नवंबर से होगा और फाइनल मैच 19 फरवरी 2022 को खेला जायेगा। इसके साथ ही बीसीसीआई ने विजय हजारे ट्रॉफी को भी जगह दी है जो कि 23 फरवरी से 26 मार्च के बीच खेली जायेगी।
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आपको बता दें कि 2021-22 के घरेलू सीजन में बीसीसीआई विभिन्न एज ग्रुप में महिला और पुरुष वर्ग को मिलाकर 2127 मैचों का आयोजन कराने जा रहा है। दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि बीसीसीआई अगस्त से सितंबर के बीच इन तीनों टूर्नामेंट का आयोजन बेगंलुरू में करा सकता था क्योंकि यह घरेलू क्रिकेट के लिये बेहद जरूरी टूर्नामेंट हैं।
वेंगसरकर ने आगे कहा कि कुछ खिलाडी इस दौरान आईपीएल में बिजी होंगे यह सच है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप बाकी के घरेलू खिलाड़ियों को छोड़ गें जो आईपीएल में नहीं खेलते हैं लेकिन अपने राज्य की टीम के नियमित खिलाड़ी हैं।