नई दिल्ली। आईसीसी विश्व कप के लिए जब भारतीय क्रिकेट टीम के 15 सदस्यीय खिलाड़ियों के नाम घोषित हुए तो उनमें विजय शंकर का ना रहा, जबकि अनुभवी अंबाती रायडू को बाहर का रास्ता दिखाया गया। टीम चयनकर्ताओं ने सफाई दी कि उन्होंने शंकर को नंबर-4 की समस्या खत्म करने के लिए भी चुना। हालांकि कई दिग्गजों का मानना है कि शंकर नंबर-4 के लिए इंग्लैंड की तेज पिचों के लिए परफेक्ट नहीं है। पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर मानना है कि इस सिरदर्दी को खत्म करने के लिए भारतीय टीम केएल राहुल को आजमा सकती है।
वेंगसरकर ने कहा कि शिखर धवन और रोहित शर्मा के रूप में हमारे पास मजबूत सलामी जोड़ी है। विराट कोहली तीसरे नंबर पर बेहतरीन हैं। मुझे लगता है कि राहुल चौथे स्थान के लिए विकल्प हो सकते हैं। उसकी तकनीक शानदार है और वह शीर्ष तीन खिलाड़ियों के अच्छे पूरक हो सकते हैं। मेरा मानना है कि चौथे स्थान पर एक विशेषज्ञ बल्लेबाज होना चाहिए। वेंगसरकर ने राहुल के बारे में कहा, ''वह एक विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज है, अगर टीम जल्दी विकेट गंवा देती है तो वह मजबूती प्रदान कर सकते हैं। और वैसे भी इतने लंबे टूर्नामेंट में अगर जरूरी हुआ तो वह पारी का आगाज भी कर सकते हैं। मुझे लगता है कि उसे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होना चाहिए।''
वर्ल्ड कप 2019 : विजेता टीम पर होगी पैसों की बारिश, मिलेगी अबतक की सबसे बड़ी ईनामी राशि
1979, 1983 और 1987 का विश्व कप खेल चुके वेंगसरकर ने यह भी कहा कि विराट कोहली की राह सेमीफाइनल के बाद मुश्किल होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के लिए सबसे बड़ी फायदेमंद चीज पिछले साल ब्रिटेन में पूर्ण सीरीज खेलने का अनुभव होगी। इंग्लैंड में मौसम परेशानियां खड़ी कर सकता है और इससे प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ सकता है। सांमजस्य बिठाना हमेशा अहम होता है। लेकिन भारतीय टीम के लिए फायदेमंद चीज उनका पिछले साल इसी समय में इंग्लैंड में खेलना होगा। हम उन परिस्थितियों में खेल चुके हैं और यह अच्छी चीज है। हमें इससे फायदा उठाने की कोशिश करनी चाहिए। बता दें कि वेंगसकर से पहले गाैतम गंभीर भी कह चुके हैं कि राहुल नंबर-4 के लिए परफेक्ट हैं।