वेंगसरकर को याद आयी गायकवाड़ से अपनी पहली मुलाकात
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज और मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने ऋतुराज गायकवाड़ की तारीफ की है और उनके करियर के शुरुआती पलों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने महज 10 साल की उम्र से ही बल्लेबाज बनना तय कर लिया था और इस सपने को सच करने में जुट गये थे।
खलीज टाइम्स के साथ बात करते हुए वेंगसरकर ने कहा,' वह 10 साल की उम्र में हमारी पुणे अकादमी में आया था। हमने खिलाड़ियों की काबिलियत के हिसाब से उनका चयन करते हैं लेकिन सभी को मौका नहीं दे पाते हैं। लेकिन वो हमारे उन कुछ युवा खिलाड़ियों में शामिल था जिसके बाद जबरदस्त स्किल्स थे।'
16 साल की उम्र में की थी शतकों की बारिश
वेंगसरकर ने इस दौरान उस समय को भी याद किया जब वो गायकवाड़ को 16 साल की उम्र में इंग्लैंड दौरे पर ले गये थे और उन्होंने वहां पर धमाल मचा दिया।
उन्होंने कहा,'मैं उसे 16 साल की उम्र में इंग्लैंड के दौरे पर ले गया था, हम अपनी अकाडमी टीम के साथ हर साल इंग्लैंड में लंकाशयर के दौरे पर लेकर जाते हैं और हम साल 10 मैच खेलते हैं। उसने वहां पर सबसे ज्यादा शतक लगाये और 160 और 170 की पारियां खेली।'
चयनकर्ताओं को सीधे टीम में करना चाहिये शामिल
गौरतलब है कि ऋतुराज गायकवाड़ ने आईपीएल 2020 में 6 मैच खेलकर 200 से ज्यादा रन बनाये थे लेकिन उनके असली रंग इस सीजन नजर आये। गायकवाड़ ने जब सीजन का आगाज किया तो उस वक्त अनकैप्ड खिलाड़ी थे लेकिन बीच में रुकावट के चलते जब सीजन दोबारा शुरू हुआ तो वो तब तक अनकैप्ड नहीं रहे थे। लेकिन इसके बावजूद उन्हें अनकैप्ड खिलाड़ी ही माना जायेगा जिन्होंने एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया और 635 रन बना डाले। वेंगसरकर का मानना है कि चयनकर्ताओं को समय खराब नहीं करना चाहिये और जल्द से जल्द टीम में शामिल करना चाहिये।
उन्होंने कहा,' वह लगातार अर्धशतक लगा रहे थे तो मैंने उन्हें मैसेज किया और 20 ओवर्स खेलने के लिये कहा। मैंने उसे कहा कि तुम अगर 20 ओवर्स तक खेलते हो तो न सिर्फ तुम शतक लगाओगे बल्कि तुम्हारी टीम 200 का आंकड़ा छू लेगी। उसने फिर वही राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में किया, जहां पर 20 ओवर्स खेलकर उसने शतक लगाया। सीएसके उस मैच को हार गई क्योंकि राजस्थान ने उस दिन बेहतर खेल दिखाया। उसके पास मजबूत मानसिकता के साथ मैच खेलने की ताकत है। चयनकर्ताओं को उसे मौका देना चाहिये, जब खिलाड़ी युवा हो और फॉर्म में हो तो उस पर समय बर्बाद करने के बजाय सीधे टीम में चुन लेना चाहिये।'