कार्तिक को छक्का मारने का विश्वास था
अब जब सीरीज का परिणाम कीवी पक्ष में जा चुका है और टीम इंडिया भी अपना दौरा पूरा करके भारत वापस आ चुकी है तो दिनेश कार्तिक ने फिर से अंतिम ओवर के उस किस्से को याद किया है। बता दें कि मैच के अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर कार्तिक का एक रन ना लेना खासा चर्चाओं में रहा था। अब कार्तिक ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि कृणाल को एक रन लेने से इनकार करने के बाद उन्हें विश्वास था कि वह छक्का मार सकते हैं।
अंतिम ओवर में 16 रनों की दरकार थी-
गौरतलब है कि इस ओवर में भारत को जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी। कार्तिक ने पहली गेंद पर दो रन लिए फिर अगली गेंद उन्होंने डॉट खेली और उसके बाद तीसरी गेंद पर एक रन लेने से इंकार कर दिया। उसके बाद चौथी गेंद पर कार्तिक ने एक ही रन लिया। इस फैसले की काफी आलोचना हुई क्योंकि भारत के हाथ में आई जीत निकल चुकी थी। कार्तिक ने कहा, 'मुझे लगता है कि उस स्थिति (145 रन पर छह विकेट) के बाद मैंने और कृणाल ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। हम मैच को ऐसी स्थिति में लाने में सफल रहे जहां गेंदबाज दबाव में थे। हमें काम खत्म करने का यकीन था। और एक रन नहीं लेने के बाद मुझे विश्वास था कि मैं छक्का मार सकता हूं।'
जो रूट पर कथित समलैंगिक टिपप्णी करने के चलते चार मैचों के लिए निलंबित हुए गैब्रियल
कार्तिक ने दिया साउदी को श्रेय-
जब कार्तिक ने यह पूछा गया कि क्या रन लेने से इंकार करने के बाद टीम प्रबंधन ने उनसे इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा, 'वे सभी स्थिति से अवगत थे और जानते थे कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। उस दिन हम काफी अच्छे नहीं थे। लेकिन सहयोगी स्टाफ लंबे समय से हमारे साथ है इसलिए इसे समझता है।' इसके साथ ही कार्तिक ने कहा कभी आप गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचा देते हैं तो कभी गेंदबाज अच्छा करते हैं। उस समय टिम साउदी को इसका श्रेय देना होगा जिन्होंने दबाव में अच्छी यॉर्कर का इस्तेमाल किया।