नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर दिनेश मोंगिया ने मंगलवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। मोंगिया ने अपने वनडे करियर में कुल 57 मैच खेले जिसमें उन्होंने 27.95 की औसत से 1230 रन बनाए। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 159 का रहा जो उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान बनाया था। इस पारी में उन्होंने 17 चौके और 1 छक्का जड़ा। यह उनके इंटरनैशनल करियर का एकमात्र शतक भी है।
मोंगिया साल 2003 में वर्ल्ड कप उपविजेता टीम के भी सदस्य रहे है। 2001 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 12 मई 2007 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2001 में अपना पहला वनडे मैच खेला। 2007 के बाद उन्होंने इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) में खेलने का फैसला किया था। आईसीएल, आईपीएल से पहले आई थी और इसको बीसीसीआई ने बागी लीग करार दिया था। जिसमें खेलने का खामियाजा अन्य क्रिकेटर्स की तरह से मोंगिया को भी भुगतना पड़ा। जिसके बाद बोर्ड ने उन्हें बैन कर दिया।
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42 साल के मोंगिया के भारत के लिए 57 वनडे मैच खेले और 1230 रन बनाए। इसके अलावा किफायती स्पिन गेंदबाजी करने के साथ उन्होंने 14 विकेट भी झटके। उन्होंने करियर में एकमात्र टी20 इंटरनैशनल मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में खेला जिसमें उन्होंने चार चौकों और एक छक्के की मदद से 38 रन बनाए थे। हालांकि दिनेश अपने करियर में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेल पाए।
अगर उनके फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड की बात करें तो उनके नाम 121 मैचों में 21 शतक हैं। वह इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में लंकाशायर और लीसेस्टरशायर के लिए भी खेले। मोंगिया पिछले सीजन में पंजाब क्रिकेट असोसिएशन (पीसीए) के चयनकर्ता भी बनाए गए थे।