नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर जस्टिस डीके जैन को बीसीसीआई का लोकपाल नियुक्त किया है। वह जल्द ही अपना कार्यभार संभालेंगे। न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति ए एम सप्रे की पीठ ने कहा कि हमें खुशी है कि संबंधित पक्षों की सहमति और सुझावों के माध्यम से पूर्व जस्टिस डीके जैन को बीसीसीआई के लोकपाल नियुक्त करने पर सहमति हो गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय और सदस्य डायना एडुल्जी के बीच सार्वजनिक रूप से मनमुटाव पर नाराजगी जाहिर की। उन्हें अपने मतभेदों को सार्वजनिक नहीं करने के निर्देश भी दिए। पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सीओए ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि बोर्ड को सालाना आम बैठक और अन्य विवादों को सुलझाने के लिए लोकपाल की जरूरत है। पिछले महीने हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल पर खोज समिति के लिए देश के पहले लोकपाल की नियुक्ति के वास्ते नामों के पैनल की सिफारिश करने की समय सीमा फरवरी के अंत तक निर्धारित की थी। खोज समिति की प्रमुख सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज रंजना प्रकाश देसाई हैं।
ये रहेंगे लोकपाल के अधिकार
बोर्ड में नियुक्त लोकपाल के दायरे में आंतरिक विवादों का निपटारा, बोर्ड, उसके मेंबर और एसोसिएट मेंबर्स के बीच विवाद को सुलझाना, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नियमों के उल्लंघन, खिलाड़ियों, टीम अधिकारियों की शिकायतों को देखना, टिकट वितरण में किसी तरह की धांधली आदि मामलों का निपटारा जैसे अहम मुद्दे रहेंगे।
आठ सदस्यीय खोज समिति बनी थी
केंद्र सरकार ने 27 सितंबर 2018 को न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय खोज समिति का गठन किया था। इस समिति को लोकपाल की नियुक्ति के लिए चयन समिति के पास नामों की अनुशंसा भेजना था। खोज समिति के सदस्य हैं- स्टेट बैंक की पूर्व प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य, प्रसार भारती के अध्यक्ष ए. सूर्यप्रकाश, इसरो के पूर्व प्रमुख ए.एस. किरण कुमार, इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज सखाराम सिंह यादव, गुजरात पुलिस के पूर्व प्रमुख शब्बीर हुसैन एस. खांडवावाला, राजस्थान कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस ललित के. पंवार और पूर्व सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार।