भारत को सीरीज जीतते नहीं देख रहा हूं
2018 में भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज 1-2 से गंवा दी थी। उस समय के बाद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में दो बार हराया है, फिर इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में इंग्लैंड में ही 2-1 की बढ़त बनाई। लेकिन चोपड़ा ने माना कि इस बार भारत के लिए जीतना मुश्किल है और यह सीरीज ड्रा पर समाप्त होने की संभावना है। पूर्व क्रिकेटर ने अपने यूट्यूब चैनल पर भविष्यवाणी करते हुए कहा, "मैं अभी भारत को सीरीज जीतते नहीं देख रहा हूं, मेरा मतलब है कि यह मुश्किल है। अगर नॉर्टजे खेल रहे होते तो मैं साउथ अफ्रीका के लिए 2-1 कह देता। नॉर्टजे वहां नहीं है, मैं कह रहा हूं कि यह सीरीज फिर से 1-1 पर खत्म हो सकती है। ड्रॉ टेस्ट मैच की संभावना है, पहला टेस्ट बारिश के कारण थोड़ी परेशानी में पड़ सकता है।"
सीरीज ड्रॉ हो सकती है
चोपड़ा ने साउथ अफ्रीका को पूरी तरह से पलड़ा भारी रखने वाली टीम नहीं माना, लेकिन फिर भी उन्हें भारत पर थोड़ी बढ़त दी। यह दिलचस्प होने वाला है लेकिन चोपड़ा के अनुसार, ''मुझे लगता है कि यह एक ड्रॉ सीरीज हो सकती है। 51 प्रतिशत साउथ अफ्रीका, 49 प्रतिशत भारत। इस समय मैं यही सोच रहा हूं। अगर कोई टीम जीतती है तो मुझे लगता है कि वह साउथ अफ्रीका होगी।'' चोपड़ा ने स्वीकार किया कि भले ही साउथ अफ्रीका अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में नहीं रहा है, लेकिन वे एक ऐसी टीम बन रहे हैं जो धीरे-धीरे गति पकड़ रही है और सही रास्ते पर वापस आ रही है।
हमारे पास निरंतरता का मुद्दा है
चोपड़ा ने कहा, "ऐसा नहीं है कि साउथ अफ्रीका की टीम ऊंची उड़ान भर रही है। मुझे लगता है कि वे वास्तव में अच्छी तरह से फिर से मजबूत होना शुरू कर रहे हैं। विश्व कप में हम सबने देखा कि उनके पास खिलाड़ी हैं, जहां चीजें घट रही हैं लेकिन यह अभी भी मजबूत होने की ओर जा रही एक टीम है।'' उन्होंने आगे कहा कि साउथ अफ्रीका के विपरीत भारतीय टीम फीक पड़ने के दौर में नहीं है। हालांकि, प्रोटियाज के खिलाफ भारत को अपनी क्षमता के अनुसार खेलना होगा। चोपड़ा ने कहा, "यह हमारी टीम के लिए कोई एक बड़ी चुनाैती नहीं है। हमारी टीम की समस्या फॉर्म और उपलब्धता को लेकर है क्योंकि पुजारा, कोहली और रहाणे - ये तीनों बीच में हैं, राहुल सबसे ऊपर हैं, पंत एक कीपर के रूप में हैं। यह सब है लेकिन हमारे पास निरंतरता का मुद्दा है। अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार खेलते हैं तो भारतीय टीम के लिए संभावनाएं काफी उज्ज्वल हो जाती हैं।'' बता दें कि भारत ने 1992 से अब तक साउथ अफ्रीका में कुल 20 टेस्ट मैच खेले हैं और इनमें से तीन मैच भारत ने जीते हैं। भारत के लिए पहली जीत 2006 की सीरीज में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में आई थी, जो टीम के वर्तमान मुख्य कोच हैं।