नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण खेल जगत भी ठप पड़ा हुआ है। इस संक्रमण बीमारी के बाद कुछ नियम बदलने की बातें भी सामने आ रही हैं। यह बात जोरों पर है कि आईसीसी अब गेंद पर लार लाने के लिए भी रोक लगा सकती है। वहीं इन अटकलों के बाद कई दिग्गजों का कहना है कि अगर रोक लगी तो फिर गेंदबाजों के हाथ में कुछ नहीं रहेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के स्टार सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का मानना है कि ऐसा कुछ नियम लागू करने की जरूरत नहीं है।
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वाॅर्नर को लगता है कि यह साथी खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने से कम या ज्यादा जोखिम भरा नहीं है। ऐसी अटकलें हैं कि संक्रमण के जोखिम से बचने के लिए गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को रोक दिया जाएगा। डेविड वॉर्नर ने 'क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ''आप ड्रेसिंग रूम साझा कर रहे हो और इसके अलावा भी आप सब चीजें साझा करते हो तो मुझे नहीं लगता कि इसे बदलने की जरूरत क्यों है।'' उन्होंने कहा, ''यह सब सैकड़ों वर्षों से चल रहा है, मुझे याद नहीं कि ऐसा करने से कोई बीमार हुआ हो। अगर आपको संक्रमित होना है तो मुझे नहीं लगता कि जरूरी नहीं कि यह सिर्फ इसी से हो।''
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उन्होंने कहा, ''मैं हालांकि इसे लेकर ज्यादा सुनिश्चित भी नहीं हूं, लेकिन यह टिप्पणी करना मेरा काम नहीं है कि गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं। यह आईसीसी और संचालन संस्थाओं का काम है कि वे फैसला करें।'' हालांकि पूर्व तेज गेंदबाज शॉन टैट मानते हैं कि बदलाव को स्वीकार करना अहम है और थूक का इस्तेमाल पुरानी बात हो सकती है। टैट ने कहा, ''मैं गेंद पर लार लगाने के हक में नहीं हूं, यह अच्छा नहीं है। हमें संभावित बदलावों को स्वीकार करना चाहिए।