नई दिल्ली। इसे हम महिलाओं का अपमान करना ना कहें तो और क्या कहें। भला ऐसे करना कहां उचित है जहां स्टेडियम दर्शकों से ना भरा हो तो वहां सेक्स डाॅल्स के पुतले खड़े कर दिए जाएं। कोरोना वायरस के कारण सब कुछ ठप पड़ा था। हालांकि कई देशों में खेल शुरू हो चुके हैं। खेल शुरू तो हुए लेकिन लोग स्टेडियम में मैच देखने के लिए कतराए। दक्षिण कोरिया के एफसी सियोल पर कोरोनावायरस महामारी के कारण खाली स्टेडियम में हुए फुटबॉल मैच के दौरान दर्शक दीर्घा में सीटों को भरने के लिए आयोजकों ने ऐसा तरीका निकाला जो उनकी समझ पर तो सवाल उठा ही गया, बल्कि दुनिया भर के खेलप्रेमियों को हैरान कर गया, जिसकी दुनिया भर में तीखी आलोचना हो रही है।
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दरअसल आयोजकों ने खाली सीटों को भरने के लिए 'सेक्स डॉल' का इस्तेमाल किया। अब इसके पीछे उनकी क्या मंशा हो सकती है, यह भगवान ही जाने, लेकिन इसके लिए आयोजकों को खामियाजा भुगतना पड़ा है। देश की शीर्ष के-लीग के अधिकारियों ने कहा कि इस फुटबॉल क्लब ने महिला प्रशंसकों को अपमानित किया है। कोरोना वायरस के कारण स्टेडियम में दर्शकों के आने पर लगे प्रतिबंध के कारण एफसी सियोल ने रविवार को मैच के दौरान दर्शक दीर्घा में दर्जनों डॉल रखी थी जिन्हें टीशर्ट पहनाई गई थी या उनके हाथ में तख्तियां थी।
हालांकि एफसी सियोल पर दर्शक दीर्घा में सीटों को भरने के लिए 'सेक्स डॉल' का इस्तेमाल करने पर रिकार्ड 10 करोड़ वोन (81 हजार डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है। देश की शीर्ष के-लीग के अधिकारियों ने कहा कि इस फुटबॉल क्लब ने महिला प्रशंसकों को अपमानित किया है। क्लब के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी इस बारे में पोस्ट किया गया है। क्लब ने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी माफी मांगते हुए कहा कि लीग के 17वें मैच के दौरान हुई गलती के लिए हम फैंस से माफी मांगते हैं। फिलहाल इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई हैं। यूजर्स ने वहां भी क्लब की आलोचना की है। वहीं कई यूजर्स का यह भी मानना है कि क्लब की ओर से यह जानबूझकर नहीं किया है।