पाकिस्तान दौरा रद्द करने का खामियाजा वाटमोर ने भुगता
उल्लेखनीय है कि ईसीबी के चेयरमैन इयान वाटमोर ने महज एक साल की सेवा के बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जबकि यह नियुक्ति 5 साल के लिये की जाती है। वाटमोर ने इसके पीछे का कारण बताते हुए कहा कि कोरोना गाइडलाइंस को लेकर खिलाड़ियों ने जिस तरह की मांग की है उसने मुझे प्रभावित किया है और यही वजह है कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा ने सेनेट स्टैंडिंग कमिटी की इंटर प्रोविन्सियल कोर्डिनेशन की बैठक में यह भी दावा किया है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम दोबारा पाकिस्तान का दौरा कर सीरीज खेलने को तैयार है। इससे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम पाकिस्तान के खिलाफ सीमित ओवर्स की सीरीज खेलने के लिये रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम पहुंची थी जहां पर उसे सुरक्षा इंतजाम से जुड़े खतरे का पता चलने के बाद उसने दौरा रद्द करने का फैसला किया।
न्यूजीलैंड फिर चाहता है पाकिस्तान का दौरा करना
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने वनडे मैच के शुरू होने से पहले यह फैसला किया और आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी कर सुरक्षा के खतरे को समस्या बताते हुए कहा कि वो वापस लौट रहे हैं। इस बैठक में रमीज राजा ने सेनेट को बताया कि न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान का दौरा करने की इच्छा जताई है और जल्द ही इसको लेकर पुष्टि की जायेगी।
इंटरनेशनल द न्यूज के अनुसार रमीज राजा ने कहा,'न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान का दौरा करने की इच्छा जताई है, इसको लेकर आधिकारिक पुष्टि जल्द ही की जायेगी। हम कब उसकी मेजबानी कर सकते हैं, यह अभी एक सवाल है जिसका जवाब न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की पुष्टि के बाद किया जायेगा। सेनेट कमिटी के हेड रजा रब्बानी मामले की गंभीरता को समझते हैं और कहा कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को पाकिस्तान का फिर से दौरा करने की जरूरत है। हम सेनेट की सलाह को जरूर समझेंगे।'
क्रिकेट को देशों में बंटना नहीं चाहिये
रमीज राजा ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने आईसीसी के चेयरमैन ग्रेग बार्क्ले को लेटर लिखा है जो कि न्यूजीलैंड क्रिकेट हेड के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इस लेटर में पीसीबी चेयरमैन ने लिखा कि क्रिकेट के लिये कितना जरूरी है कि टीमों को देश और ग्रुप में नहीं बटना चाहिये।
उन्होंने कहा,'मैंने कभी भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जैसा कि मैंने आईसीसी चेयरमैन को लिखे लेटर में किया। मैंने ऐसा इसलिये किया क्योंकि हमें विश्वास था कि हमारे हाथ से एक ऐसा मौका छीना गया जो पीसीबी का भविष्य बदल सकता था लेकिन आईसीसी वहां पर मूक दर्शक की तरह खड़ी रही। मैं अतंर्राष्ट्रीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर चिंतित हूं जो कि टुकड़ों में एक यूनिट की तरह बंटता जा रहा है। यह काफी खतरनाक ट्रेंड बनता जा रहा है और आईसीसी सिर्फ एक दर्शक की तरह खड़ा है। क्रिकेट को ग्रुप में नहीं बंटना चाहिये बल्कि देशों की भलाई के लिये काम करना चाहिये।'